मुनीर-शहबाज पर भड़की जनता, (कॉन्सेप्ट फोटो)
Pakistani News Hindi: पाकिस्तान में महंगाई बम फिर फट चुका है। देश की आर्थिक स्थिति इतनी बिगड़ चुकी है कि अब आम जनता की थाली से खाना गायब हो गया है। टमाटर 700 रुपये किलो, लहसुन 800 रुपये किलो, अदरख 700 रुपये किलो, प्याज 300 रुपये किलो तक पहुंच चुका है। लोग सब्जियों को हाथ लगाने से भी डर रहे हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान में आटे की कीमत 350 से 400 रुपये किलो, दाल 350 रुपये किलो और चावल 320 रुपये किलो तक पहुंच गए हैं। जिन वस्तुओं को पहले आम आदमी आसानी से खरीद सकता था, अब वे लग्ज़री बन गई हैं।
कराची, इस्लामाबाद, लाहौर और पेशावर जैसे शहरों में सब्जियों की कीमतों ने हाहाकार मचा दिया है। टमाटर 700 रुपये किलो बिक रहा है, जबकि गोभी 400 रुपये किलो तक पहुंच गई है। जनता को भारत के सस्ते टमाटर याद आ रहे हैं, जब 5 से 10 रुपये किलो में हिंदुस्तानी टमाटर पाकिस्तान पहुंचते थे।
महंगाई के इस बवंडर ने जनता को भड़काने का काम किया है। लोग प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और आर्मी चीफ आसिम मुनीर को कोस रहे हैं। सोशल मीडिया पर दोनों के खिलाफ जमकर गालियां और विरोध चल रहा है। हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि लोग कह रहे हैं कि अब युद्ध बंदूकों से नहीं, रोटी के लिए होगा।
फलों के दामों में भी भारी उछाल आया है। सेब 250 रुपये किलो और केला 200 रुपये दर्जन बिक रहा है। ऊपर से सरकार ने पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ाकर जनता की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। पेट्रोल की नई कीमत 265 रुपये 45 पैसे प्रति लीटर और हाई-स्पीड डीजल 278 रुपये 44 पैसे प्रति लीटर तक पहुंच गया है। सऊदी अरब से दोस्ती के बावजूद तेल सस्ता नहीं हो सका।
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पाकिस्तानी मीडिया और जनता अब अपनी ही सरकार से पूछ रही है आखिर देश को इस स्थिति में किसने पहुंचाया? एक तरफ भारत के साथ तनाव, दूसरी तरफ अफगानिस्तान और ईरान से रिश्ते खराब। लोगों का कहना है कि पाकिस्तान को भूख, युद्ध और महंगाई तीनों ने चारों तरफ से घेर लिया है। ऐसे में पाकिस्तान के हालात न केवल आर्थिक रूप से बल्कि सामाजिक रूप से भी विस्फोटक हो चुके हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर हालात नहीं सुधरे तो देश में “महंगाई विद्रोह” की शुरुआत किसी भी वक्त हो सकती है।