भारत के ऑपरेशन सिंदूर से खौल उठा इस्लामी जगत, फोटो ( सो. सोशल मीडिया )
नवभारत इंटरनेशनल डेस्क: भारतीय वायुसेना ने “ऑपरेशन सिंदूर” के अंतर्गत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में स्थित जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे आतंकी संगठनों के ठिकानों पर हमला किया। भारत की इस कार्रवाई से पाकिस्तान का सहयोगी देश तुर्की नाराज़ नजर आ रहा है। तुर्की ने पाकिस्तान के साथ अपनी एकजुटता दर्शाते हुए भारत के कदम को “अनावश्यक आक्रामकता” बताया है। तुर्की के विदेश मंत्री हाकन फिदान ने पाकिस्तान के उप-प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक दार से टेलीफोन पर बातचीत कर भारत की कार्रवाई की आलोचना की।
तुर्की विदेश मंत्रालय के अनुसार, विदेश मंत्री हाकन फिदान ने पाकिस्तान के उप-प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक दार से बातचीत की, जिसमें उन्होंने भारत की कथित अनुचित आक्रामकता के खिलाफ पाकिस्तान के साथ तुर्की की एकजुटता प्रकट की। फिदान ने आरोप लगाया कि भारत ने पाकिस्तान की संप्रभुता का उल्लंघन किया और निर्दोष नागरिकों की मौत का कारण बना। उन्होंने क्षेत्र में बिगड़ती सुरक्षा स्थिति को लेकर चिंता जताई। दोनों नेताओं ने इस तनावपूर्ण स्थिति पर मिलकर काम करने और निकट संपर्क बनाए रखने पर सहमति व्यक्त की।
भारतीय सेना ने 7 मई को सुबह 1:44 बजे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए। ये हमले 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बदले के रूप में लिए गए, जिसमें 25 भारतीय नागरिकों और एक नेपाली नागरिक सहित कुल 26 लोग मारे गए थे। भारतीय रक्षा मंत्रालय के अनुसार, ये हमले “सटीक और संयमित” थे, और इसमें पाकिस्तान की किसी सैन्य सुविधा को लक्ष्य नहीं बनाया गया।
पाकिस्तान ने इन हमलों को “युद्ध कार्य” मानते हुए कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान को इन हमलों का जवाब देने का पूरा अधिकार है, और हम उचित प्रतिक्रिया दे रहे हैं। पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने दावा किया कि भारतीय हमलों में आठ लोग मारे गए और 35 घायल हुए।
इसके जवाब में, पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा (LoC) पर फायरिंग शुरू की, जिसके कारण जम्मू-कश्मीर के पुंछ और राजौरी इलाकों में आठ नागरिकों की मौत हो गई। भारतीय सेना ने इसका कड़ा जवाब दिया। इसके अलावा, पाकिस्तान ने अपने पंजाब प्रांत में आपातकाल घोषित किया और अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया, जिसके कारण सभी उड़ानें रद्द कर दी गईं।
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ऑपरेशन सिंदूर पर भारत ने अमेरिका, ब्रिटेन, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और रूस जैसे देशों को हमलों के बारे में सूचित किया। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवल ने अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से बातचीत कर ऑपरेशन की जानकारी साझा की। हमले को लेकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय की मिली-जुली प्रतिक्रियाएं आई।
इजरायल ने भारत के आत्मरक्षा अधिकार का समर्थन किया, जबकि संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने दोनों देशों से अधिकतम संयम बनाए रखने की अपील की। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि वह स्थिति पर निगरानी रख रहे हैं और उम्मीद करते हैं कि यह जल्दी समाप्त हो जाएगी।