लीक हुई अमेरिका की गुप्त योजना, फोटो ( सो. सोशल मीडिया )
नवभारत इंटरनेशनल डेस्क: इज़राइल और अमेरिका इस समय मध्य पूर्व के कई देशों पर हमले कर रहे हैं। गाजा में संघर्ष विराम टूटने के आठवें दिन भी इज़राइल की बमबारी जारी रही, जिसमें कम से कम 23 लोगों की मौत हो गई, जिनमें सात बच्चे भी शामिल थे। न केवल गाजा, बल्कि लेबनान और सीरिया पर भी इज़राइल लगातार हमले कर रहा है। वहीं, अमेरिका ने यमन में हूती विद्रोहियों के खिलाफ सैन्य अभियान छेड़ रखा है।
अटलांटिक ने सोमवार को एक रिपोर्ट जारी की, जिसमें बताया गया कि एक पत्रकार गलती से ट्रंप प्रशासन के एक निजी सिग्नल ग्रुप चैट में जोड़ दिया गया। इस ग्रुप में अमेरिका के शीर्ष अधिकारी यमन पर सैन्य हमलों को लेकर चर्चा कर रहे थे। इस घटना को एक गंभीर सुरक्षा उल्लंघन माना जा रहा है।
इस बातचीत में रक्षा सचिव पीट हेगसेथ, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइकल वाल्ट्ज, उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और अन्य अधिकारी शामिल थे। इस ऐप पर यमन पर किए गए हमलों के समय, लक्ष्यों और हथियारों के पैकेजों को लेकर विस्तृत चर्चा हुई। आमतौर पर इस तरह की संवेदनशील जानकारी केवल विशेष सरकारी प्रणालियों तक ही सीमित रहती है।
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एक अमेरिकी पत्रिका के अनुसार, उसके प्रधान संपादक को योजनाबद्ध हमलों की जानकारी उनके होने से लगभग दो घंटे पहले ही मिल गई थी। 15 मार्च को सुबह 11:44 बजे हेगसेथ से एक संदेश प्राप्त हुआ, जिसमें हमलों का सटीक विवरण शामिल था। पूर्वी समयानुसार दोपहर 2 बजे से ठीक पहले ये हवाई हमले शुरू हुए, जिनमें यमन में कथित प्रतिरोध लक्ष्यों को निशाना बनाया गया।
दिलचस्प बात यह रही कि पत्रिका के कुछ पत्रकार, जो अनजाने में एक चैट ग्रुप में शामिल कर लिए गए थे, उनसे न तो हमलों से पहले और न ही बाद में किसी ग्रुप सदस्य ने कोई पूछताछ की, और न ही उन्हें ग्रुप से हटाया गया।
इजराइल ने मध्य पूर्व के चार देशों फिलिस्तीन, यमन, लेबनान और सीरिया में भारी तबाही मचा रखी है। हाल ही में, उसने एक हफ्ते में दूसरी बार सीरिया के पाल्मेरा शहर के पास दो हवाई ठिकानों पर बमबारी की। इसके अलावा, लेबनान में भी कई इलाकों पर हवाई हमले किए गए हैं। वहीं, अमेरिका द्वारा यमन पर किए जा रहे हमलों में भी इजराइल की भूमिका मानी जा रही है। इस तरह, इजराइल इन चार देशों में लगातार हिंसा और विनाश का कारण बना हुआ है।