ISI की भारत विरोधी चाल, (डिजाइन फोटो)
ढाका: बांग्लादेश दौरे पर गए पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के तीन अधिकारियों को लेकर चौंकाने वाला खुलासा सामने आया है। बताया जा रहा है कि ये तीनों अधिकारी फर्जी पासपोर्ट के जरिए ढाका पहुंचे थे और खुद को पाकिस्तानी सेना के आर्मी मेडिकल कोर का सदस्य बताया। इसके बावजूद बांग्लादेश सरकार ने उनका शानदार स्वागत किया और उन्हें राजधानी के एक लग्ज़री होटल में ठहराया।
इतना ही नहीं, मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली सरकार ने इन अधिकारियों को कॉक्स बाजार स्थित बांग्लादेशी सेना की 10वीं इन्फैंट्री डिवीजन का दौरा भी कराया, जो म्यांमार में सक्रिय अराकान आर्मी को कथित रूप से समर्थन दे रही है।
बांग्लादेशी टैब्लॉइड ब्लिट्ज के संपादक और वरिष्ठ पत्रकार सलाह उद्दीन शोएब चौधरी ने एक्स पर लिखा, “28 जून को, पाकिस्तानी सेना के तीन अधिकारी, ब्रिगेडियर जनरल नदीम अहमद, ब्रिगेडियर जनरल मोहम्मद नदीम तल्हा और ब्रिगेडियर जनरल सऊद अहमद राव अमीरात एयरलाइंस (फ्लाइट नंबर AK-586) से बांग्लादेश पहुंचे। आगमन पर, इन अधिकारियों को ढाका के रेडिसन ब्लू होटल ले जाया गया। उनके पासपोर्ट में, इन अधिकारियों की पहचान मेडिकल कोर के सदस्य के रूप में बताई गई है।”
उन्होंने आगे बताया, “दस्तावेजों से पता चलता है कि ब्रिगेडियर जनरल नदीम अहमद का पासपोर्ट 30 अप्रैल 2025 को, ब्रिगेडियर जनरल तल्हा का 26 मई को और ब्रिगेडियर जनरल सऊद का 29 मई 2025 को जारी किया गया था। इसका सीधा संकेत है कि ये पासपोर्ट खासतौर पर बांग्लादेश की यात्रा के उद्देश्य से बनवाए गए थे। ये अधिकारी 5 जुलाई को अमीरात एयरलाइंस के जरिए बांग्लादेश से वापस जाएंगे।”
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शोएब चौधरी ने आगे बताया, “अपनी यात्रा के दौरान ये पाकिस्तानी सैन्य अधिकारी बांग्लादेश के दक्षिणी क्षेत्र, कॉक्स बाजार जिले के रामू में स्थित बांग्लादेश सेना की 10वीं इन्फैंट्री डिवीजन का निरीक्षण करेंगे। हाल के महीनों में यूनुस सरकार ने अराकान सेना को समर्थन देने के लिए इस डिवीजन का इस्तेमाल किया है।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि अमेरिकी डीप स्टेट, बांग्लादेश के माध्यम से अराकान सेना को हथियार और सैन्य उपकरण मुहैया करा रही है।
चौधरी ने कहा, “सबसे अहम बात यह है कि ये तीनों पाकिस्तानी सैन्य अधिकारी वास्तव में इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) के स्पेशल सर्विस ग्रुप (SSG) से जुड़े हैं। वे खुद को मेडिकल कोर से संबंधित बताकर अपनी असली पहचान छिपा रहे हैं।”