जोहान्सबर्ग. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने कहा है कि भारत (India) आने वाले वर्षों में पूरी दुनिया की वृद्धि का इंजन बनेगा। मोदी ने मंगलवार को कहा कि उनकी सरकार ने ‘मिशन’ के रूप में सुधारों को आगे बढ़ाया है जिससे देश में कारोबार सुगमता की स्थिति बेहतर हुई है।
पीएम मोदी ने ब्रिक्स ‘बिजनेस फोरम लीडर्स डायलॉग’ को संबोधित करते हुए कहा कि भारत जल्द ही पांच लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था होगा। उन्होंने कहा कि भारत के पास दुनिया की तीसरी बड़ी स्टार्टअप पारिस्थितिकी है और यहां पर 100 से भी अधिक यूनिकॉर्न मौजूद हैं। एक अरब डॉलर से अधिक राजस्व वाले स्टार्टअप यूनिकॉर्न की श्रेणी में आते हैं।
#WATCH | Today, India is the fastest-growing major economy in the world. Soon, India will be a 5 trillion dollar economy: PM Modi at BRICS Business Forum Leaders’ Dialogue in Johannesburg, South Africa pic.twitter.com/XWuOPOAfTz — ANI (@ANI) August 22, 2023
पीएम मोदी ने कहा, “भारत में जीएसटी और इन्सॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड लागू होने के बाद निवेशकों का भरोसा बढ़ा है। रक्षा और अंतरिक्ष क्षेत्र निजी क्षेत्र के लिए खोले गए। प्रौद्योगिकी के उपयोग से भारत ने वित्तीय समावेशन में एक और बड़ी छलांग लगाई है।”
उन्होंने कहा, “आज स्ट्रीट वेंडरों से लेकर शॉपिंग मॉल तक यूपीआई का उपयोग किया जा रहा है। हम भारत को सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, इलेक्ट्रिक वाहन और हरित हाइड्रोजन के क्षेत्र में वैश्विक विनिर्माण केंद्र बनाने के लिए सक्रिय रूप से कदम उठा रहे हैं।”
पीएम मोदी ने आगे कहा, “आने वाले वर्षों में भारत विश्व का ग्रोथ इंजन होगा। ये इसलिए है क्योंकि भारत ने आपदा और कठिन समय को आर्थिक सुधारों के अवसर में बदल दिया। पिछले कुछ वर्षों में हमने मिशन मोड में जो सुधार किए हैं उनसे भारत में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में लगातार बढ़ोतरी हुई है।”
उन्होंने कहा, “हमने सार्वजनिक सेवा वितरण और सुशासन पर ध्यान केंद्रित किया है। आज भारत में UPI का उपयोग सभी स्तरों पर किया जाता है। आज दुनिया के सभी देशों में भारत सबसे ज्यादा डिजिटल लेनदेन वाला देश है।”
गौरतलब है कि मोदी दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा के निमंत्रण पर 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में शिरकत करने के लिए 22 से 24 अगस्त तक दक्षिण अफ्रीकी शहर के दौरे पर रहेंगे। यह साल 2019 के बाद ब्रिक्स नेताओं का पहला आमने-सामने का शिखर सम्मेलन होगा। ब्रिक्स देशों में ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं।