ममता बनर्जी (डिजाइन फोटो)
कोलकाता: पश्चिम बंगाल के भांगर इलाके में हिंसा हुई है। स्थिति उस समय तनावपूर्ण हो गई जब आईएसएफ यानी इंडियन सेक्युलर फ्रंट के समर्थकों को कोलकाता की ओर मार्च करने से रोक दिया गया। पुलिस द्वारा रास्ता रोके जाने पर प्रदर्शनकारी उग्र हो गए, जिसके बाद पुलिस और समर्थकों के बीच झड़प हो गई।
जानकारी के मुताबिक इस दौरान आगजनी की घटना भी सामने आई। स्थिति को काबू में करने के लिए पुलिस को बल प्रयोग कर भीड़ को तितर-बितर करना पड़ा। वीडियो में पुलिस की एक गाड़ी क्षतिग्रस्त दिखाई दे रही है और कई दोपहिया वाहन जलते हुए दिखाई दे रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन करने कोलकाता आ रहे इंडियन सेक्युलर फ्रंट (ISF) के समर्थकों से भरी बसों को रास्ते में ही रोक दिया गया। वक्फ कानून के खिलाफ मालदा, मुर्शिदाबाद समेत पश्चिम बंगाल के कई जिलों में व्यापक हिंसा देखने को मिली है और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी एक-दूसरे पर हिंसा भड़काने का आरोप लगा रही है।
तृणमूल और भाजपा के अलावा आईएसएफ एकमात्र ऐसी पार्टी है जिसका राज्य विधानसभा में प्रतिनिधित्व है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जब पुलिस ने भांगड़ से आ रहे उनके वाहनों को कोलकाता के रामलीला मैदान की ओर जाने से रोका तो आईएसएफ कार्यकर्ताओं ने बसंती एक्सप्रेसवे को जाम कर दिया।
मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा को लेकर तृणमूल कांग्रेस ने बड़ा आरोप लगाया है कि कुछ बीएसएफ जवान ऐसे लोगों को बंगाल में घुसने दे रहे हैं, जो हिंसा फैलाकर वापस लौट रहे हैं। भाजपा नेता दिलीप घोष ने भी यही बात कही है। टीएमसी ने सवाल उठाया है कि अगर दिलीप घोष को बीएसएफ की इस भूमिका के बारे में पता है तो गृह मंत्रालय और प्रधानमंत्री को इसकी जानकारी कैसे नहीं हो सकती?
टीएमसी ने यह भी दावा किया है कि स्थानीय खुफिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुछ बीएसएफ जवान चप्पल पहनकर मार्च कर रहे हैं और राजनीतिक नारे लगा रहे हैं। पार्टी ने सवाल उठाया कि क्या बीएसएफ चप्पल पहनकर मार्च करती है? अगर वे बीएसएफ के जवान हैं, तो यह बहुत गंभीर मामला है और अगर नहीं हैं, तो यह एक बड़ी साजिश हो सकती है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को इस पूरे मामले को गंभीरता से लेना चाहिए, क्योंकि सरकार बनाने के लिए देश की सुरक्षा से समझौता नहीं किया जा सकता।
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पलायन पर टीएमसी के मंत्रियों ने क्या कहा? मुर्शिदाबाद में हिंसा के बाद कुछ परिवारों के पलायन पर प्रतिक्रिया देते हुए पश्चिम बंगाल के मंत्री फिरहाद हकीम ने कहा, ‘वे बंगाल से बंगाल जा रहे हैं। सब कुछ ठीक है। जो हुआ, सो हुआ। हालांकि, यह निंदनीय है और पुलिस जांच कर रही है कि इसके पीछे कौन है।