अखिलेश यादव, अभिषेक कौशिक (फोटो- नवभारत डिजाइन)
UP P0litics: उत्तर प्रदेश में कथित ‘टोटी चोरी’ पर संग्राम छिड़ा हुआ है। भाजपा विधायक केतकी सिंह तीखे तंज ने पूर्व मुख्यमंत्री व सपा सुप्रीमो का जख्म हरा कर दिया है। भाजपा द्वारा टोटी चोरी के इल्जाम पर न केवल अखिलेश यादव के पेसानी पर बल पड़ जाता है, बल्कि सपा कार्यकर्ता भी आग बबूला हो जाते हैं। यह एक ऐसा मामला है, जिसपर अखिलेश यादव काफी आक्रामक हो जाते हैं।
टोटी चोरी का मामला जब भी सामने आता है तो अखिलेश यादव को यूपी कैडर के वरिष्ठ IAS अधिकारी अवनीश अवस्थी और सीएम योगी के पूर्व ओएसडी अभिषेक कौशिक याद आते हैं। यादव के मुताबिक उनपर टोटी चोरी का आरोप साजिश के तहत लगाया गया था। इस साजिश के केंद्र में अवनीश अवस्थी और अभिषेक कौशिक थे। इन्हीं दोनों अधिकारियों ने एक निजी चैनल से प्रयोजित स्टिंग ऑपरेशन करवाया था।
बीते रोज केतकी सिंह द्वारा ‘टोटी चोरी’ पर दिए गए बयान पर अखिलेश यादव तीखी प्रतिक्रिया देते हुए अवनीश अवस्थी और अभिषेक कौशिक का नाम लेते हुए सीधी धमकी दी। अखिलेश ने कहा कि हम पर आरोप लगे कि हम टोटी लेकर गए हैं। हमारे घर को गंगा जल से धुलवाया गया। सपा प्रमुख ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि यह बात आप भूल सकते हो हम कभी नहीं भूल सकते हैं। यह पूरी साजिश तल्कालीन आईएएस अवनीश अवस्थी और पूर्व ओएसडी अभिषेक कौशिक ने रची थी, जो भाग गया है, वह डस्टबिन जैसा है। उसकी हाईट बड़े डस्टबिन जैसी है। अखिलेश ने कहा यह बात हम भूलने वाले नहीं हैं । सरकार जब बदलेगी तो इसका जवाब दिया जाएगा।
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अभिषेक कौशिक अमरोहा जिले के हसनपुर तहसील के रहने वाले हैं, इन्हें जुलाई 2017 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऑफिसर ऑन स्पेशल डयूटी (ओएसडी) नियुक्त किया था। सीएमओ में पश्चिमी उत्तर प्रदेश संबंध रखने वाले अभिषेक इकलौते व्यक्ति थे। वे छात्र जीवन से ही विद्यार्थी परिषद व भाजपा से जुडे़ रहे हैं। विद्यार्थी परिषद में प्रदेश सह मंत्री तथा गत लोकसभा व विधानसभा चुनाव में पार्टी की आईटी सेल लखनऊ के इंचार्ज रह चुके हैं। अभिषेक सीएम योगी के करीबी हैं। हालांकि वर्तमान समय में अभिषेक फिर से भाजपा में सक्रिय हो गए हैं। विवादों में घिरने के बाद 2020 में अभिषेक की ओएडी पद से छुट्टी हो गई थी।
2017 यूपी विधानसभा चुनाव के बाद समाजवादी पार्टी की करारी हार हुई थी। इसके बाद तात्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को अपना सरकारी बंगला छोड़ना पड़ा था। इसी दौरान न्यूज चैनलों पर फ्लैस हुआ कि अखिलेश यादव ने बंगले से इंपोर्टेड टोटी तक निकाल ले गए। यानी जिस बंगले को छोड़कर जा रहे थे, उसकी टोटी सहित अन्य सामान अपने साथ लेकर चले गए। हालांकि अभी टोटी चोरी का आरोप साबित नहीं हुआ है। दूसरी तरफ सपा इसे कोरी साजिश करार देती रही है।