लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) के नेतृत्व में वृद्धावस्था पेंशन योजना (Old Age Pension) में आधार सत्यापन की प्रक्रिया को अभियान के तौर पर चलाया जा रहा है। अब तक इस अभियान में पश्चिमी उत्तर प्रदेश (Western Uttar Pradesh) के जिले बाकी क्षेत्रों की तुलना में सबसे आगे चल रहे हैं। आधार सत्यापन के मामले में शीर्ष 5 जिलों में से 4 जिले पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हैं। इनमें भी फिरोजाबाद सबसे ऊपर है।
फिरोजाबाद में आधार प्रमाणीकरण संख्या 49,257, बिजनौर में 41,856, अमरोहा 24,155 , हापुड़ में 10,613 है। इसके अलावा फिरोजाबाद में लाभार्थियों की संख्या 57,124 है, बिजनौर में 52,841, अमरोहा में 30,691 और हापुड़ में 13,737 है। कुल मिलाकर इन जिलों में आधार सत्यापन पूरा हो चुका है। प्रदेश में आधार प्रमाणित पेंशनरों की संख्या कुल 37.49 लाख हैं। इसके अलावा आधार प्रमाणीकरण से बचे लाभार्थियों की संख्या 15.55 लाख है।
उत्तर प्रदेश में कुल लाभार्थियों की संख्या 56 लाख हैं। उत्तर प्रदेश में वृद्ध जनों को किसी तरह की दिक्कत का सामना न करना पड़े इसके लिए समाज कल्याण विभाग के आला अधिकारी टीम बनाकर घर-घर जाकर सत्यापन का कार्य कर रहे हैं।
आधार प्रमाणीकरण का कार्य कराने से लाभार्थियों को पेंशन की धनराशि मिलने में सुविधा होगी। निकट भविष्य में लाभार्थियों के बैंक आधार सीडिंग खाते में धनराशि भेजी जा रही है, जिससे बैंक का खाता अथवा आईएफएससी कोड में परिवर्तन होने पर लाभार्थियों को पेंशन की धनराशि मिलने में किसी भी प्रकार की कठिनाई नहीं हो। आधार प्रमाणीकरण का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सही व्यक्ति को योजना का लाभ प्राप्त हो और लाभार्थियों को दोहरा भुगतान से रोका जा सके और अधिक से अधिक वृद्धजन इस योजनान्तर्गत लाभान्वित हो सके।
इस दौरान समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण ने बताया कि वृद्धवस्था पेंशन योजनान्तर्गत वेबसाइट https:\\sspy-up.gov.in पर जाकर अपने जिले विकास खंड\नगर निकाय, ग्राम पंचायत\नगरीय वार्ड को सेलेक्ट कर अपने ग्राम और नगरीय वार्ड की पेंशन सूची से अपना रजिस्ट्रेशन नंबर ज्ञात कर सकते हैं। लाभार्थी पेंशन पोर्टल पर जाएं और लाल रंग की पट्टी आधार प्रमाणीकरण के लिए फ्लैश होती है, उसे क्लिक कर वृद्धास्था पेंशन का चयन करते हुए रजिस्ट्रेशन नम्बर, मोबाइल नम्बर और बैंक अकाउंट नम्बर डालते ओटीपी के माध्यम से अपना मोबाइल नम्बर पेंशन के साथ दर्ज कर लें। लाभार्थी का नाम पेंशनर सूची में और आधार में समान है, तो रजिस्ट्रेशन के साथ आधार का प्रमाणीकरण आसानी से हो जाएगा। जिन लाभार्थियों का नाम उनके आधार कार्ड से भिन्न है, ऐसी स्थिति में ग्राम पंचायत अधिकारी/पंचायत सहायक के माध्यम से आधार कार्ड की फोटोकॉपी पर लाभार्थी का मोबाइल नम्बर अथवा किसी निकट सम्बन्धी का मोबाइल नम्बर जिला समाज कल्याण अधिकारी को उपलब्ध कराएं, जिससे जिला स्तर से आधार प्रमाणीकरण की प्रक्रिया पूरी की जा सके।