वाराणसी की गंगा में डॉल्फिन सफारी।
लखनऊ : उत्तर प्रदेश में पर्यटन के विस्तार को लेकर लगातार कार्य किया जा रहा है। इस दिशा में वन विभाग भी अपना मास्टर प्लान तैयार करने में जुट गया है। प्रदेश के वाराणसी जिले में वन विभाग अब पर्यटकों को डॉल्फिन सफारी कराने के लिए नया सुपर प्रोजेक्ट तैयार कर रहा है। काशी आने वाले सैलानी अब गंगा स्नान के साथ डॉल्फिन सफारी का भी लुत्फ उठा सकेंगे।
डीएफओ स्वाति ने इस प्रोजेक्ट को लेकर अफसरों के साथ मीटिंग की है। बताया जा रहा है गंगा में डॉल्फिन की बढ़ती संख्या को देखते हुए इसे पर्यटन के क्षेत्र में आगे ले जाने को लेकर काम शुरू कर दिया गया है। देश-विदेश से आने वाले सैलानियों के लिए यह बड़ी खुशखबरी है।
डीएफओ स्वाति ने बताया कि गंगाजल की गुणवत्ता में सुधार के कारण प्रदेश में डॉल्फिन की संख्या में विस्तार हो रहा है। बनारस के थोड़ दूर कैथी से ढकवां गांव के गंगा में डॉल्फिन की संख्या में इजाफा हुआ है। कुछ समय पहल तक ये संख्या 25 से 30 थी लेकिन अब 50 के करीब पहुंच गई है। सैलानी नाव से पर्यटन का आनंद लेने के साथ करीब से डॉल्फिन को अठखेलियां करते देख पाएंगे।
डीएफओ ने बताया कि डॉल्फिन सफारी को लेकर प्रोजेक्ट भी लॉन्च किया गया है। जल्द ही इसे लेकर एक पोर्टल भी पेश किया जाएगा। इस पर पर्यटन और पर्यावरण प्रेमी नाव के जरिए सुबह के वक्त डॉल्फिन की मुफ्त सफारी का आनंद ले सकेंगे। वाराणसी घाट से पर्यटकों को नाव के कैथी तक जाना होगा।
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विभाग के मुताबिक डॉल्फिन सफारी के लिए पर्यटकों के लिए सुबह 6 से 7 के बीच का समय सबसे बेहतर है। इस दौरान काफी संख्या में ये नजर आती हैं। फिलहाल सुबह के समय ही विभाग की ओर से ये सफारी शुरू की जा रही है। पर्यटकों की संख्या में इजाफा हुआ तो शाम को भी सफारी कराई जाएगी।