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– राजेश मिश्र
लखनऊ : चुनावों (Elections) के पहले यूपी विधानसभा (UP Legislative Assembly) के संभवतः आखिरी सत्र की शुरुआत हंगामेदार रही है। विधानसभा के शीतकालीन सत्र (Winter Session) की शुरुआत लखीमपुर कांड (Lakhimpur Incident) को लेकर केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी (Ajay Mishra Teni) के इस्तीफे और गन्ना मूल्यों के भुगतान पर विपक्ष के हंगामे से साथ हुई। गन्ना किसानों की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे समाजवादी पार्टी विधायक सदन के अंदर गन्ना लेकर पहुंच गए। इससे पहले उन्होंने विधानसभा परिसर के भीतर धरना भी दिया।
केंद्रीय मंत्री के इस्तीफे की मांग को लेकर कांग्रेस के पैदल मार्च में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, कांग्रेस की नेता विधान मंडल आराधना मिश्रा मोना, कांग्रेस के नेता विधान परिषद दीपक सिंह सहित अन्य कांग्रेसियों ने गृह राज्यमंत्री ‘अजय मिश्र टेनी को बर्खास्त करो’ के नारे लगाए। बताते चलें कि विधानसभा का तीन दिन का शीतकालीन सत्र बुधवार को शुरु हुआ है। शुक्रवार को लेखानुदान और पूरक अनुदान पेश किया जाएगा।
सत्र के पहले ही दिन विपक्ष ने सदन के अंदर और बाहर महंगाई, लखीमपुर हिंसा और कानून व्यवस्था जैसे मुद्दों को लेकर सरकार की घेराबंदी की। कांग्रेस विधायकों ने लखीमपुर किसान कांड में आरोपी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी की बर्खास्तगी की मांग को लेकर प्रदर्शन किया और हजरतगंज गांधी प्रतिमा से विधानसभा तक पैदल मार्च किया। मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के विधायकों ने गन्ना मुल्य और बढ़ाने, बकाया भुगतान और चीनी मिल शुरु करने की मांग को लेकर धरना दिया और प्रदर्शन किया। सपा विधायक सदन के भीतर गन्ना लेकर पहुंच गए।
विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन दिवंगत विधायकों को श्रद्धांजलि देने के साथ कार्यवाही स्थगित कर दी गई। मुख्यमंत्री सहित सभी ने चीफ आफ डिफेंस स्टाफ सहित सभी सैन्यकर्मियों के निधन पर श्रद्धांजलि दी। विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष और वर्तमान में आजमगढ़ के दीदारगंज से विधायक सुखदेव राजभर के निधन की सूचना देते हुए स्पीकर ने श्रद्धांजिल दी।
शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन शुक्रवार को चालू वित्तीय वर्ष का दूसरा अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा। इसी के साथ ही वित्त वर्ष 2022-23 के पहले चार महीनों के लिए लेखानुदान भी पेश किया जाएगा। अप्रैल से जुलाई तक के लिए पेश किए जाने वाले लेखानुदान का आकार 1.75 लाख करोड़ रुपये हो सकता है। लेखानुदान के तहत नए वित्तीय वर्ष में जुलाई महीने तक के लिए जरूरी खर्चों के लिए बजट का प्रारूप तैयार कर लिया है। विधानसभा का यह सत्र बेहद छोटा होगा। महज 3 दिन तक चलने वाला विधानसभा का शायद यह अंतिम सत्र हो सकता है।
अगले साल फरवरी-मार्च में संभावित विधानसभा चुनावों के मद्देनजर प्रदेश सरकार लेखानुदान ला रही है। विधानसभा के शीतकालीन सत्र के लिए महज तीन दिनों का कार्यक्रम जारी किया गया है। उम्मीद की जा रही है कि यह वर्तमान विधानसभा का आखिरी सत्र हो सकता है। चुनावों के मद्देनजर योगी सरकार कई महत्वाकांक्षी परियोजनाओं और लोक लुभावन योजनाओं के लिए अनुपूरक बजट भी ला रही है। माना जा रहा है कि आचार संहिता दिसंबर के बाद ही जारी होगी। समय कम बचा है इसलिए सरकार दिसंबर से पहले अपनी महत्वाकांक्षी परियोजनाओं के लिए धनराशि की इंतजाम करने में लगी है। अनुपूरक बजट में लैपटॉप-स्मार्टफोन, बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के बचे काम, पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे, गोरखपुर एक्सप्रेस-वे के लिए पैसों की व्यवस्था की जाएगी। इसके साथ ही आगरा मेट्रो, कानपुर मेट्रो, गोरखपुर लाइट मेट्रो के लिए भी पैसों का इंतजाम किया जाएगा।