ओम प्रकाश राजभर (Image- Social Media)
Om Prakash Rajbhar: उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने उपराष्ट्रपति चुनाव के संबंध में कहा कि सभी लोग अपने-अपने प्रत्याशी के पक्ष में दलील दे रहे हैं। लेकिन, मैं एक बात स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि चुनाव में जीत एनडीए प्रत्याशी को ही मिलेगी। इस बात में कोई दो मत नहीं है। हमारी स्थिति बिल्कुल स्पष्ट है।
उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ को निरर्थक बताया। उन्होंने कहा कि यात्रा से कुछ भी होने वाला नहीं है। मैं एक बात स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि ‘वोट चोरी’ की शुरुआत अगर किसी ने सबसे पहले की थी, तो वो कांग्रेस ही है। कांग्रेस ने 1952 में डॉ. बाबा साहेब अंबडेकर के साथ 78 हजार वोटों की चोरी की थी। अब रामपुर के प्रत्याशी को कांग्रेस ने हराया।
वाराणसी में मतपेटी को गंगा में फेंकवा दिया। इसके बाद दूसरी मतपेटी लाकर प्रत्याशी को जितवाया। इस तरह से ‘वोट चोरी’ की शुरुआत सबसे पहले किसी ने की थी, तो वो कांग्रेस ही है। 2014 में चुनाव कांग्रेस के शासनकाल में हुआ था और उस समय 282 सीटें भाजपा ने जीती थी और जब ‘वोट चोरी’ के आरोप कांग्रेस लगा रही है, तो ऐसी स्थिति में इस सवाल का उठना लाजिमी है कि भाजपा को 240 सीटें ही क्यों मिली?
उन्होंने सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव ने मध्य प्रदेश में लोगों से अपील की थी कि कांग्रेस को किसी भी सूरत में वोट मत देना। जब मुस्लिमों ने मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार बनवा दी, तो इन्होंने यह कहना शुरू कर दिया कि कांग्रेस भाजपा की बी टीम है। अब अखिलेश यादव फिर से उसी रथ पर सवार होने जा रहे हैं। इससे साफ जाहिर हो रहा है कि इनका खुद का कोई वजूद नहीं है।
उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव आज की तारीख में कांग्रेस के रथ पर सवार हो रहे हैं। लेकिन, इस बात को भूल रहे हैं कि लालू यादव को जेल भेजने वाली कांग्रेस ही थी और चिल्ला-चिल्लाकर राजद के लोग कांग्रेस को कोसते थे कि हमारे साथ अन्याय हो रहा है। लेकिन, आज की तारीख में तेजस्वी यादव कांग्रेस के रथ पर सवार हो रहे हैं। जनता सब जानती है। ये लोग जनता को बेवकूफ नहीं बना पाएंगे।
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उन्होंने कहा कि पूजा पाल ने सदन में सही बात कही थी। उन्होंने तो कहा था कि मेरे पति के हत्यारे को सजा दिलाने का काम योगी सरकार ने किया था। इतना कहने पर ही उन्हें पार्टी से निकाल दिया। इस तरह से हम देख सकते हैं कि महिलाओं और पिछड़ों के साथ समाजवादी पार्टी ने अन्याय किया। इसी तरह से समाजवादी पार्टी पीडीए-पीडीए रटती है। लेकिन, ये लोग उनके साथ भी अन्याय करते हैं। (एजेंसी इनपुट के साथ)