प्रतीकात्मक तस्वीर-NIA
लखनऊ: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के हाथ बड़ी सफलता लगी है। शुक्रवार को एजेंसी ने आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (ISIS) से जुड़े एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। आरोपी ISIS से जुड़ी गतिविधियों को भारत में बढ़ावा देता था। गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान रिजवान अली उर्फ अबू सलमा उर्फ मोला के रूप में हुई है। यह ISIS पुणे स्लीपर मॉड्यूल केस में 11वां वांटेड आरोपी और आतंकी गतिविधियों का साजिशकर्ता है। इसे राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने लखनऊ से गिरफ्तार किया है।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने गिरफ्तारी को लेकर बताया कि रिजवान अली आतंकवादी संगठन ISIS की भारत विरोधी गतिविधियों और साजिशों में शामिल था। इसने विभिन्न इलाकों में रेकी की है। एजेंसी के मुताबिक आतंकी अली बंदूक चलाने, और इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस बनाने की ट्रेनिंग देने में भी शामिल था।
रिजवान अली राष्ट्रीय जांच एजेंसी की मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल था। रिजवान की गिरफ्तारी के लिए सूचना देने पर 3 लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया गया था। जारी बयान में बताया गया कि गिरफ्तार आतंकी के खिलाफ गैर जमानती वारंट भी जारी किया गया था। वह विदेशी आतंकवादी संगठनों की गतिविधियों को बढ़ावा देने में सक्रिय भूमिका निभा रहा था। जांच एजेंसी की तरफ से बताया गया कि रिजवान अली पहले से गिरफ्तार 10 आतंकवादी गतिविधियों में शामिल था। इन लोगों ने मिलकर देश को अस्थिर करने की साजिश रची, जिसमें सांम्प्रदायिक विद्वेष फैलाना भी शामिल है।
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रिजवान अली के अलावा, गिरफ्तार किए गए अन्य स्लीपर-सेल सदस्यों की पहचान मोहम्मद इमरान खान, मोहम्मद यूनुस साकी, अब्दुल कादिर पठान, सिमाब नसीरुद्दीन काजी, जुल्फिकार अली बड़ौदावाला, शमिल नाचन, आकिफ नाचन, शाहनवाज आलम, अब्दुल्ला फैयाज शेख और तलहा खान के रूप में की गई है। सभी के खिलाफ राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने UAPA, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम, शस्त्र अधिनियम और भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत आरोपपत्र दाखिल किया है।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने कहा कि भारत सरकार के खिलाफ युद्ध, हिंसा या किसी अन्य प्रकार की साजिशों के खिलाफ NIA जांच जारी रखे हुए हैं। पुणे ISIS हथियार और विस्फोटक जब्ती मामले में गिरफ्तार रिजवान को यहां एक अदालत ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी की हिरासत में भेज दिया