कानपुर देहात में अकबरपुर से भाजपा सांसद देवेंद्र सिंह भोले (फोटो- सोशल मीडिया)
BJP MP calls himself history sheeter: यूपी की राजनीति में बयानों से बवाल होना आम बात है, लेकिन इस बार मामला बीजेपी सांसद के एक कबूलनामे से गरमा गया है। कानपुर देहात में अकबरपुर से सांसद देवेंद्र सिंह भोले का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वे खुद को सबसे बड़ा बदमाश और हिस्ट्रीशीटर बता रहे हैं। यह सब एक आधिकारिक बैठक के दौरान हुआ, जब वे यूपी सरकार की मंत्री प्रतिमा शुक्ला के पति और पूर्व सांसद अनिल शुक्ला वारसी से भिड़ गए। दोनों के बीच तीखी नोकझोंक ने बीजेपी की अंदरूनी कलह को फिर उजागर कर दिया है।
यह पूरा हंगामा जिला दिशा समिति की बैठक में हुआ। पूर्व सांसद अनिल शुक्ला वारसी ने सांसद भोले पर समिति के दुरुपयोग का आरोप लगाया। वारसी ने कहा कि भोले अपने चहेतों को समिति में शामिल कर जनता को अपमानित कर रहे हैं, झूठे मुकदमे लिखवा रहे हैं और फैक्ट्रियों से वसूली कर रहे हैं। उन्होंने सांसद को ‘गुंडों का चेयरमैन’ तक कह डाला और उन्हें इलाज की जरूरत बताई। इन्हीं आरोपों के बाद माहौल गरमा गया और सांसद भोले अपना आपा खो बैठे।
खुद की तारीफों के पुल बांधते कानपुर देहात से भाजपा सांसद देवेंद्र सिंह भोले । pic.twitter.com/lfHBr1ZTJG — खुरपेंच (@khurpenchh) November 5, 2025
वारसी के इन आरोपों से सांसद भोले भड़क गए। उन्होंने पलटवार करते हुए कहा कि पूर्व सांसद हर चुनाव से पहले माहौल बिगाड़ने और अफसरों पर दबाव बनाने की राजनीति करते हैं। बहस के बीच ही मीडिया से बात करते हुए भोले ने वह विवादित बयान दे दिया। उन्होंने कहा, “मुझसे बड़ा गुंडा कोई नहीं है… मैं कानपुर देहात का सबसे बड़ा हिस्ट्रीशीटर हूं।” हालांकि, तत्काल बाद उन्होंने सफाई भी दी। भोले ने कहा कि यह वही केस हैं जो पिछली सरकारों ने राजनीतिक रंजिश में दर्ज कराए थे, और बाद में उसी सरकार ने उन्हें समाप्त भी किया। उन्होंने दावा किया कि जनता उनके कामों की गवाह है।
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बैठक में दोनों नेताओं के बीच माहौल इतना बेकाबू हो गया कि हाथापाई तक की स्थिति बन गई। मौके पर मौजूद पुलिस अधीक्षक और अपर एसपी को हस्तक्षेप कर स्थिति को शांत कराना पड़ा। इस झगड़े के चलते विकास कार्यों पर चर्चा के लिए बुलाई गई बैठक बीच में ही रद्द करनी पड़ी। भोले और वारसी के बीच यह टकराव नया नहीं है, बल्कि वर्चस्व की लड़ाई कई वर्षों से चल रही है। कुछ महीने पहले मंत्री प्रतिभा शुक्ला ने भी दुर्व्यवहार के विरोध में धरना दिया था। वहीं, जुलाई में वारसी का एक वीडियो आया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर पत्नी मंत्री न बनतीं, तो वह 2024 में भोले को ‘औकात’ दिखा देते।