तेजस एक्सप्रेस को पलटाने की साजिश नाकाम, फोटो- सोशल मीडिया
Conspiracy to derail Tejas Express: बुधवार रात कानपुर-लखनऊ रेल रूट पर मगरवारा रेलवे स्टेशन के पास डाउन ट्रैक पर सीमेंटेड स्लीपर रखकर तेजस एक्सप्रेस को पलटाने की साजिश की गई। आनन-फानन में ट्रेन को गंगाघाट स्टेशन पर रोका गया, जिससे बड़ा हादसा टल गया। रेलवे के अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं।
कानपुर-लखनऊ रेल रूट मगरवारा रेलवे स्टेशन के पास डाउन ट्रैक पर सीमेंटेड स्लीपर रखकर तेजस एक्सप्रेस को पलटाने की बड़ी साजिश रची गई। बुधवार रात करीब पौने नौ बजे के आसपास लोगों ने देखा कि एक सीमेंटेड स्लीपर डाउन ट्रैक की पटरी पर रखा हुआ है। यह सूचना मिलते ही तुरंत कंट्रोल रूम को जानकारी दी गई। इसके बाद, आरपीएफ (RPF) और जीआरपी (GRP) समेत रेलवे के तमाम अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे
इस घटना के कारण, नई दिल्ली से लखनऊ की ओर जा रही तेजस एक्सप्रेस को तुरंत गंगाघाट रेलवे स्टेशन पर रोक दिया गया। स्लीपर ट्रैक पर रखे होने के कारण तेजस एक्सप्रेस लगभग 27 मिनट तक स्टेशन पर ही खड़ी रही। ट्रैक पर स्लीपर मिलने की वजह से कई अन्य रेलगाड़ियों को भी कई स्टेशन्स पर रोका गया। रेलवे कर्मियों ने आधे घंटे में स्लीपर को ट्रैक से हटा दिया, जिसके बाद रात करीब 9:19 बजे रूट को बहाल कर दिया गया। स्लीपर हटने के बाद तेजस समेत अन्य ट्रेनों को रवाना कर दिया गया।
रेलवे के अधिकारी इस घटना के पीछे के कारणों की जांच कर रहे हैं। आरपीएफ के इंस्पेक्टर हरीश कुमार मीणा ने बताया कि मगरवारा रेलवे स्टेशन के पास गिट्टी उतारने का काम हो रहा था। उन्होंने संभावना जताई कि गिट्टी उतारने की धमक से सीमेंटेड स्लीपर पटरी पर आ गया होगा।
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हालांकि, अधिकारियों ने यह आशंका भी जताई है कि यह अराजकतत्वों की भी करतूत हो सकती है। मगरवारा स्टेशन मास्टर शिव बहादुर ने भी यही बात दोहराई कि ट्रेन की धमक से स्लीपर ट्रैक पर आ सकते हैं, लेकिन अराजकतत्वों की भूमिका से इनकार नहीं किया जा सकता। फिलहाल रेलवे सभी पहलुओं पर जांच करा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि यह महज दुर्घटना थी या किसी बड़ी साजिश का हिस्सा।