कंगना रनौत (फोटो- सोशल मीडिया)
लखनऊः अभिनेत्री से नेत्री बनी कंगना रनौत की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं है। आगरा की एमपी-एमले कोर्ट ने मंडी भाजपा सांसद को नोटिस भेज कर तलब किया है। एमपी-एमएलए कोर्ट ने केन्द्र के कृषि कानूनों के खिलाफ धरने पर बैठे किसानों और महात्मा गांधी पर टिप्पणी के मामले में मंगलवार को अभिनेत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सांसद कंगना रनौत को नोटिस जारी किया।
कंगना रनौत के खिलाफ अदालत में मामला दायर करने वाले अधिवक्ता रमाशंकर शर्मा ने बताया कि अदालत ने अभिनेत्री से जवाब मांगा है। शर्मा ने कहा, ‘‘मैंने 11 सितंबर, 2024 को अभिनेत्री और हिमाचल प्रदेश के मंडी लोकसभा क्षेत्र से सांसद कंगना रनौत के खिलाफ आगरा एमपी/एमएलए अदालत में मामला दायर किया था।
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उन्होंने कहा तीन कृषि कानूनों के खिलाफ अगस्त 2020 से दिसंबर 2021 तक दिल्ली की सीमाओं पर धरना-प्रदर्शन कर रहे किसानों के खिलाफ हमने 27 अगस्त को अखबार में प्रकाशित एक बयान पढ़ा, जिसमें रनौत ने कहा कि ‘धरना स्थल पर हत्याएं, बलात्कार हुए हैं। देश में मजबूत सरकार नहीं होती तो स्थिति बांग्लादेश जैसी होती’।
शर्मा के अनुसार अभिनेत्री ने एक और बयान दिया जो 17 नवंबर, 2021 को अखबारों में प्रकाशित हुआ, जहां उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का अपमान” किया था। वकील ने कंगना के बयान को दोहराते हुए कहा कि उन्होंने कहा था हमें असली आजादी 2014 में मिली। शर्मा ने कहा उन्होंने देश के करोड़ों किसानों का अपमान किया है और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का भी अपमान किया है। उन्होंने कहा कि मंगलवार को अदालत ने रनौत के बयान के लिए नोटिस जारी किया। उन्होंने बताया कि अदालत ने मामले में अगली तारीख 28 नवंबर तय की है।
बता दें कि किसान आंदोलन के दौरान किसानों पर की विवादित टिप्पणी के बाद से कंगना किसान नेताओं व विपक्ष के निशाने पर हैं। इससे पहले उनके विवादित बयानों के चलते भाजपा अलाकमान भाजपा सांसद कंगना रानौत को ऐसे विवादों से दूर रहने की सलाह दी थी।