ज्यादातर लोगों को मौज-मस्ती करने के लिए होली के त्यौहार का इंतजार रहता है। ऐसे में अक्सर लोग मथुरा-वृंदावन जाने का प्लान करते हैं क्योंकि यहां पर होली के समय खास रौनक रहती है। विदेशों से भी लोग यहां होली खेलने के लिए आते हैं। आज हम आपको उत्तर प्रदेश की कुछ ऐसी जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं जहां पर आप होली का आनंद ले सकते हैं।
रंगों का त्योहार यानी होली इस बार 14 मार्च 2025 को मनाई जाएगी। इस दौरान लोग अपने-अपने अंदाज में होली का जश्न मनाते हैं। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज की बात करें तो यहां पर कपड़ा फाड़ होली मनाई जाती है। इसी तरह यूपी की कई जगहों पर आपको होली का धमाल देखने को मिल जाएगा।
मथुरा-वृंदावन की तरह उत्तर प्रदेश के बनारस में भी होली बहुत ही शानदार तरीके से मनाई जाती है। बता दें कि बनारस को वाराणसी भी कहा जाता है। यहां के गंगा घाट पर रंगभरी एकादशी के दिन होली की धूम देखने को मिलती है। इस होली को काशी विश्वनाथ की पारंपरिक होली भी कहा जाता है। यहां पर घूमने का प्लान कर सकते हैं।
रंगभरी एकादशी के अगले दिन काशी में मसान की होली खेली जाती है। यहां के प्रसिद्ध मणिकर्णिका और हरिश्चंद्र पर अघोरी और घाट निवासी महाश्मशान की होली को मसान की होली खेलते हैं। यहां पर जलती चिताओं के बीच भस्म से होली खेली जाती है।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी होली बहुत ही अनोखे ढंग से मनाई जाती है। रंगों के त्यौहार पर नवाबों के जमाने से होली की सवारी निकलती है जिसमें करीब दो किमी तक हाथी, घोड़ा आदि की सवारी निकलती है। इस सवारी के साथ ढोल भी मौजूद होते हैं जिसकी ताल पर लोग नाचते और झूमते हैं।
प्रयागराज यानी संगम की नगरी में होली का त्योहार एक दिन नहीं बल्कि तीन दिन तक होता है। यहां पर पहले दिन गुलाल उड़ाकर होली खेली जाती है तो वहीं दूसरे दिन रंग के साथ कपड़े फाड़ते हुए लोग होली खेलते हैं। लोगों की टोली सड़कों पर निकलती है और एक दूसरे को रंग से भर देते हैं। इसे लोकनाथ की होली भी कहा जाता है।
ताजमहल के लिए प्रसिद्ध आगरा होली के लिए काफी फेमस है। यहां पर साल होली के दिन भव्य समारोह का आयोजन किया जाता है। यहां पर चमकीले रंगों से होली खेली जाती है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में भी बहुत ही शानदार होली खेली जाती है। यहां पर महिलाएं होली का आनंद लेती हैं और दूल्हा बारात निकाली जाती है।