दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे (प्रतीकात्मक तस्वीर)
नई दिल्ली: दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे लगभग बनकर तैयार हो चुका है। यह नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के जरिए बनाया जा रहा है। इसके शुरू होने के बाद आवागमन में आसानी होगी और नजदीकी क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं का तेजी से विकास हो सकेगा। जनता के लिए यह अगले साल खुल जाएगा। इसके जरिए अक्षरधाम से लोनी बॉर्डर तक का सफर सिर्फ 20 मिनट में तय किया जा सकेगा। जिससे समय और पैसे दोनों की बचत होगी। इसके अलावा इस एक्सप्रेसवे से पर्यटकों को भी काफी सुविधाएं मिलेंगी।
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस वे जनवरी 2025 में खुलेगा और दिल्ली और देहरादून के बीच लोगों के आवागमन के तरीके को बदल देगा। बता दें कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के नेतृत्व में बनने वाला यह एक्सप्रेस वे लगभग 210 किलोमीटर तक फैला है। यह बागपत, शामली और सहारनपुर जैसे शहरों के माध्यम से दिल्ली को देहरादून से जोड़ेगा। फिलहाल दिल्ली से देहरादून की यात्रा करने के लिए 6.5 घंटे का समय लगता है जो कि घटकर सिर्फ 2.5 घंटे कर देगा।
यह एक्सप्रेस वे भारतमाला परियोजना का हिस्सा है जो कि कुल 13,000 करोड़ रुपए की लागत में बन रहा है। यह भारत के सड़क बुनियादी ढांचे को बढ़ाने के लिए सरकार की पहल है। जिससे लोगों को सड़कों पर जाम से राहत मिल सके और वह लंबी दूरी को कम समय में तय कर पाएं।
सुरक्षा बढ़ाने के लिए एक्सप्रेसवे में ट्रॉमा सेंटर, एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेड और अन्य आपातकालीन सेवाएं शामिल की जाएगी। इसके अतिरिक्त सड़क पर दुर्घटनाओं को रोकने के लिए मजबूत रेलिंग और वन्यजीव बाड़ लगाई जाएगी।
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे की वजह से लोनी, गाजियाबाद, सोनिया विहार और करावल नगर जैसे क्षेत्रों में बेहतर कनेक्टिविटी का अनुभव मिल सकेगा। इससे स्थानीय व्यापार को भी बढ़ावा मिलेगा और क्षेत्र आर्थिक तौर पर विकास कर सकेंगे।
नया एक्सप्रेसवे उत्तराखंड जाने वाले पर्यटकों के लिए एक सुगम और तेज़ मार्ग प्रदान करेगा। जिससे राज्य में पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होने की संभावना है। इससे पर्यटन और स्थानीय आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।
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