Koyal AI में क्या है खास। (सौ. Koyal)
Koyal AI Indian Startup: ज़रा कल्पना कीजिए खुला आसमान, हसीं वादियां और कहानी कहने की अनोखी जादुई दुनिया। अब सोचिए कि इस कल्पना को आप अपनी आवाज़ में बयान करें और देखते ही देखते वही आवाज़ आपकी स्क्रीन पर वीडियो के रूप में जीवंत हो जाए। यह किसी परीकथा जैसा लगता है, लेकिन इसे हकीकत में बदल दिया है भारतीय स्टार्टअप Koyal AI ने।
दिल्ली की गौरी और मेहुल, बहन-भाई की इस जोड़ी ने मिलकर Koyal AI की नींव रखी। नाम भी उतना ही खास है कोयल, जो अपनी आवाज़ से दिल जीत लेती है। फर्क सिर्फ इतना है कि इस बार कोयल ने आवाज़ को सीधे वीडियो में बदलने की कला विकसित की है।
आज के समय में वीडियो निर्माण बेहद महंगा और समय लेने वाला काम है। छोटे-से वीडियो को एडिट करने में भी क्रिएटर्स और एडिटर्स को घंटों, यहां तक कि कई हफ्ते लग जाते हैं। इसी मुश्किल को आसान और सस्ता बनाने के लिए कोयल सामने आया है।
यह तकनीक बेहद सरल है। आप कोई गीत गाएं, पॉडकास्ट रिकॉर्ड करें या सिर्फ एक वॉइस नोट बोलें Koyal AI उसी आवाज़ को मिनटों में वीडियो में बदल देता है। इसमें कैरेक्टर्स की मूवमेंट, लिप-सिंक और एनीमेशन तक सबकुछ बारीकी से तैयार हो जाता है। जहां पहले हफ्तों का काम होता था, वहीं अब यह चंद मिनटों में पूरा हो जाता है।
छोटे क्रिएटर्स, यूट्यूबर्स, पॉडकास्टर्स, शिक्षकों और बिज़नेस मालिकों के सामने सबसे बड़ी चुनौतियां थीं:
Koyal AI इन सभी समस्याओं का आसान समाधान बनकर सामने आया है।
आज Koyal AI छोटे सोशल मीडिया क्लिप्स से लेकर लंबी वेब सीरीज़ तक बनाने में सक्षम है। संगीत कंपनियां, पॉडकास्ट क्रिएटर्स और ओटीटी प्लेटफ़ॉर्म्स पहले ही इस तकनीक से जुड़े प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहे हैं। यह प्लेटफ़ॉर्म उन सभी लोगों को कहानी कहने की ताकत देता है जिनके पास सिर्फ एक आवाज़ है।
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विदेशों में इस तरह के टूल्स पर काम हो रहा है, लेकिन भारत में इस पैमाने पर कोई स्टार्टअप अब तक सक्रिय नहीं था। खासतौर पर ऑडियो-टू-वीडियो स्टोरीटेलिंग में Koyal AI की रफ्तार, क्वॉलिटी और किफ़ायत इसे खास बनाती है।
Koyal AI के सह-संस्थापक मेहुल बताते हैं कि उन्होंने टी-सीरीज़, ए.आर. रहमान, शंकर महादेवन, रिकी केज और मीत ब्रदर्स जैसे दिग्गजों के लिए WAVES (विश्व ऑडियो विजुअल मनोरंजन शिखर सम्मेलन) में संगीत वीडियो बनाए। इन प्रोजेक्ट्स में भारतीय संस्कृति और परंपराओं को आधुनिक तकनीक के साथ पेश किया गया।
मेहुल का कहना है, “अपनी तकनीक से हम भारत की कहानियों को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत कर पाएंगे। स्मार्टफ़ोन के ज़रिए हर किसी को सस्ता और तेज़ वीडियो बनाने की क्षमता मिलेगी, जिससे लोग अपनी आवाज़ के जरिए अपनी कहानियां दुनिया तक पहुंचा पाएंगे।”