अरुण जेटली स्टेडियम हुआ गुलजार
स्पोर्ट्स डेस्क: बीसीसीआई द्वारा आयोजित रणजी ट्रॉफी में विराट कोहली की वापसी लगभग 13 साल बाद हुई है। विराट की वापसी से बीसीसीआई की घरेलू क्रिकेट में चार चांद लग गए हैं। विराट जब रणजी ट्रॉफी के लिए रेलवे के खिलाफ मुकाबले की तैयारी के लिए दिल्ली की टीम के साथ जुड़ें, तभी से दर्शकों की भीड़ लग गई। इसके साथ ही विराट की मौजूदगी से अरुण जेटली स्टेडियम गुलजार हो उठा।
आज जब विराट कोहली लगभग 13 साल बाद रणजी ट्रॉफी का मुकाबला खेलने मैदान में उतरे तो विराट-विराट और कोहली – कोहली की शोर से स्टेडियम गूंज उठा। ऐसा लगा मानों कि जैसे अरुण जेटली स्टेडियम में रणजी ट्रॉफी का नहीं भारत और पाकिस्तान का बड़ा मुकाबला खेला जा रहा है।
विराट कोहली को देखने के लिए दर्शकों का जनसैलाब उमड़ आया। ऐसा क्रेज शायद की किसी खिलाड़ी के लिए होगा। यह इसलिए भी कह रहा हूं कि रणजी ट्रॉफी का मुकाबला देखने में दर्शकों की दिलचस्पी नहीं रहती है। लेकिन विराट के आते ही रणजी ट्रॉफी की रंगत की बदल गई। इस टूर्नामेंट में चार चांद लग गए। घरेलू क्रिकेट एक बार फिर से जीवित हो उठा। घरेलू क्रिकेट में भारतीय स्टार खिलाड़ी की भागीदारी ने दर्शकों को ग्राउंड पर आने के लिए मजबूर कर दिया।
विराट को देखने के लिए दर्शकों का ताता
डीडीसीए (दिल्ली और जिला क्रिकेट संघ) ने इस मैच के लिए पहले केवल एक स्टैंड खोलने का निर्णय लिया था। लेकिन कोहली की फैन फॉलोइंग के कारण डीडीसीए को बिशन सिंह बेदी स्टैंड भी खोलना पड़ा। डीडीसीए के आधिकारियों ने 10 हजार दर्शकों के आने की उम्मीद की थी। लेकिन दर्शक इससे दोगुनी संख्या में मैदान में पहुंचे। गौतम गंभीर स्टैंड जहां 6 हजार दर्शकों की बैठने की व्यवस्था है। दर्शकों को देखते हुए 14 हजार की क्षमता वाली बिशन सिंह बेदी स्टैंड को दर्शकों के लिए खोला गया है। हालांकि इसके बाद भी दर्शकों की मौजूदगी बढ़ती ही रही।
अरुण जेटली स्टेडियम में दर्शकों का जनसैलाब
रणजी ट्रॉफी का मुकाबला सुबह 9.30 बजे से शुरू हुआ। इस दौरान इतनी भीड़ देखने को मिली कि प्रधानमंत्री के काफिला को जाने के लिए मुश्किल का सामना करना पड़ा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफिला भी उसी जगह से गुजर रहा था, जो महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित करने राजघाट गए थे। भारतीय क्रिकेट के सुपरस्टार विराट कोहली का ‘स्टार पावर’ अरूण जेटली स्टेडियम के भीतर और बाहर देखने को मिला। कोहली का जादू ऐसा है कि जिसे देखकर सभी हैरान रह गए।
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डीडीसीए के सचिव अशोक शर्मा ने कहा कि मैं 30 साल से अधिक समय से दिल्ली क्रिकेट से जुड़ा हूं लेकिन रणजी ट्रॉफी मैच में ऐसा नजारा नहीं देखा । इससे साबित होता है कि कोहली की लोकप्रियता का सबसे अव्वल है। उन्होंने कहा कि जब टॉस हो रहा था तब तक 12 हजार दर्शक मैदान के अंदर इंटर कर चुके थे। इसके बाद दर्शकों के आने का सिलसिला जारी थी।
विराट कोहली का फैन फॉलोइंग
अशोक शर्मा ने कोहली की मौजूदगी को इसलिए भी चुनौती बताया कि जब दर्शक स्टेडियम में एंट्री कर रहे थे तब बाहर के प्रधानमंत्री का काफिला जा रहा था। उसके बाद डीडीसीए ने तुरंत ही दूसरा स्टैंड खोला और दर्शक तेजी से स्टेडियम में अंदर जाने लगे। तुरंत ही बिशन सिंह बेदी का स्ट्रैंड भी भर गया।
एंट्री के बाद का सीन
कोहली का फैन हो और मैदान में एंट्री ना करे, ऐसा हो ही नहीं सकता। ऐसा हमलोगों के कई बार देखा है कि कोहली का फैन फॉलोइंग इतना है कि उनका फैन बस एक बार उनसे मिलना चाहता है। जब दिल्ली की टीम फील्डिंग के उतरी, उसके करीब एक घंटे के खेल के बाद कोहली के एक फैन ने सुरक्षा घेरा को तोड़ा और कोहली के पांव छुए। यह वाक्या 12वें ओवर के दौरान हुई। हालांकि उसके बाद तुरंत सुरक्षाकर्मी उसे बाहर कर दिया। कोहली की मौजूदगी से ही अरुण जेटली स्टेडियम खिल उठा।
मैच के दौरान विराट के पास पहुंचा फैन
ऐसा नजारा बहुत कम देखने को मिलता है जब घरेलू क्रिकेट में बड़े पैमाने पर दर्शक मैच देखने आते हैं। हालांकि इससे पहले भी एक बार जब बिहार और मुंबई के बीच मुकाबला था तब बिहार में कुछ इसी तरह की भीड़ उमड़ आई थी। जब विराट बल्लेबाजी नहीं कर रहे हैं तब इतनी भीड़ है। जब कल कोहली बल्लेबाजी करेंगे तब कितनी भीड़ होगी। यह देखना होगा। ऐसा लग रहा है कि कल डीडीसीए को विराट कोहली स्टैंड भी ना खोलना पड़ा जाए।