तिलक वर्मा और गौतम गंभीर (सौजन्यः सोशल मीडिया)
स्पोर्ट्स डेस्क: इंग्लैंड क्रिकेट टीम इस समय भारत दौरे पर है, जहां दोनों टीमों के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जा रही है। इस सीरीज के दो मुकाबले खेले जा चुके हैं और दोनों ही मैच भारत ने जीते हैं। सीरीज का दूसरा मुकाबला काफी रोमांचक रहा, जहां एक समय मुकाबला पूरी तरह इंग्लैंड के हाथ में था, लेकिन तिलक वर्मा ने उनके हाथ से जीत छीनकर भारत की झोली में डाल दी। हालांकि, उन्होंने बाताया कि कैसे गौतम गंभीर का गुरुमंत्र उनके काम आया।
दूसरे टी20 मैच में भारत की जीत के हीरो 22 साल के तिलक वर्मा रहे, जिन्होंने 72 रनों की नाबाद पारी खेली। तिलक वर्मा के बल्ले से यह पारी बेहद मुश्किल परिस्थिति में निकली थी। चेन्नई की पिच पर जहां बल्लेबाज टिक नहीं पा रहे थे, इस बाएं हाथ के खिलाड़ी ने धमाल मचाते हुए 55 गेंदों का सामना करते हुए 4 चौके और 5 छक्के लगाए। तिलक ने अपनी पारी का श्रेय कुछ हद तक कोच गौतम गंभीर को दिया। उन्होंने मैच के बाद बताया कि गंभीर से उन्हें क्या गुरुमंत्र मिला था।
तिलक वर्मा ने मैच के बाद कहा, “विकेट में दोतरफा उछाल था। मैं कल गौतम सर से बात कर रहा था, उन्होंने कहा कि जो भी हो, आपको परिस्थिति के हिसाब से खेलना चाहिए। अगर टीम को प्रति ओवर दस रन चाहिए, तो आपको जिम्मेदारी लेनी चाहिए, भले ही आपको कुछ कम रन चाहिए हों, फिर भी आपको अंत तक खड़े रहना चाहिए। टीम ने चर्चा की कि लेफ्ट-राइट कॉम्बिनेशन एक अच्छा विकल्प होगा, यह विपक्षी गेंदबाजों के लिए भी मुश्किल होगा। हम पहले ही दक्षिण अफ्रीका में तेज गेंदबाजों के साथ खेल चुके थे, इसलिए हम आर्चर और वुड जैसे तेज गेंदबाजों के लिए तैयार थे। हमारे खिलाड़ियों ने अच्छी तैयारी की, हमने नेट्स में कड़ी मेहनत की और हमें परिणाम मिले।”
एक समय ऐसा भी था जब भारत ने 17 ओवर में 146 के स्कोर पर 8 विकेट खो दिए थे, तब टीम को 20 रन चाहिए थे। तब उन्होंने बिश्नोई के साथ खेल बदलने वाली साझेदारी की। तिलक ने आगे कहा, “मैंने उनसे (बिश्नोई) कहा कि शेप बनाए रखें और गैप में हिट करने की कोशिश करें। तेज गेंदबाज के खिलाफ एक फ्लिक और लिविंगस्टोन के खिलाफ एक चौका, यह असाधारण था। इससे खेल खत्म करना आसान हो गया।”
जानकारी के लिए बता दें कि भारत ने टॉस जीतकर इंग्लैंड को बल्लेबाजी के लिए न्योता दिया था। इंग्लिश टीम की शुरुआत खराब रही। लेकिन एक बार फिर कप्तान जोस बटलर ने टीम के लिए कप्तानी पारी खेली, वह 45 रन बनाकर टीम के सर्वोच्च स्कोरर रहे। उनके बाद ब्रायडन कार्से ने 17 गेंदों में 31 रन बनाकर टीम को 165 के स्कोर तक पहुंचाया।
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वहीं 166 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया की भी शुरुआत अच्छी नहीं रही। सलामी बल्लेबाज अभिषेक शर्मा 12 रन और संजू सैमसन 5 रन बनाकर आउट हो गए। जबकि तीसरे नंबर पर आए तिलक वर्मा ने पारी को संभालते हुए बल्लेबाजी की और जीत के हीरो बने। उन्होंने वॉशिंगटन सुंदर और रवि बिश्नोई के साथ छोटी-छोटी साझेदारियां करके टीम को जीत तक पहुंचाया। भारत अब इस सीरीज में 2-0 से आगे है।