आर अश्विन की प्रतिक्रिया (सोर्स- सोशल मीडिया)
लखनऊ: 27 मई को लखनऊ सुपर जायंट्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के बीच लीग स्टेज का आखिरी मुकाबला खेला गया था। जहां, जितेश शर्मा ने कमाल की पारी खेलते हुए आरसीबी को जीत दिलाई थी। लेकिन, इस मुकाबले में चर्चा का विषय दिग्वेश राठी का जितेश को नॉन स्ट्राइकर पर आउट करने का रहा, जिस पर अब आर अश्विन ने ऋषभ पंत को लताड़ा है।
आरसीबी के खिलाफ लखनऊ ने अपने आखिरी मुकाबले में कमाल का खेल दिखाया था। टीम ने 227 रन का स्कोल खड़ा किया था, लेकिन जब इस लक्ष्य का बचाव करने का समय आया तो लखनऊ के गेंदबाजों का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा। मैच जिताऊ पारी खेलने वाले जितेश शर्मा को आउट करने की दिग्वेश राठी ने हर मुमकिन कोशिश की। लेकिन, ऋषभ पंत की दरियादिली बहुत से लोगों को पसंद नहीं आई। जिसमें आर अश्विन भी शामिल हैं।
दरअसल, आखिरी मैच में दिग्वेश राठी ने जितेश शर्मा को मांकडिंग के तहत आउट करने का प्रयास किया और अपील की, जिसके बाद फैसला थर्ड अंपायर के पास गया। हालांकि, वो आउट नहीं थे, लेकिन इस दौरान लखनऊ के कप्तान ऋषभ पंत ने उस अपील को वापस ले लिया। इस पर अश्विन ने बड़ा बयान दिया है और पंत के फैसले की आलोचना की है।
अश्विन ने यूट्यूब चैनल पर कहा, ‘अगर गेंदबाज के गेंद डालने की स्ट्राइड में आने से पहले जितेश शर्मा क्रीज के बाहर होते तो उन्हें आउट दिया जा सकता था। जब गेंदबाज ने अपील की तो अंपायर ने उनसे पूछा कि क्या वो अपील करना चाहते हैं और उन्होंने हां कहा, तभी फैसला थर्ड अंपायर के पास गया। जब दिग्वेश फ्रंटफुट पर उतरे तो जितेश क्रीज पर थे। इसलिए उन्हें आउट नहीं दिया गया। यहां तक तो सब ठीक था।’
उन्होंने आगे कहा- ‘लेकिन इसके बाद एक नैरेटिव बनाया गया। कमेंटेटर क्या कह रहे हैं कि जितेश शर्मा ने ऋषभ पंत को गले लगाया, पंत ने अपील वापस लेकर कितना बढ़िया फैसला लिया है। एक कप्तान का काम अपने गेंदबाज को सबके सामने छोटा महसूस कराना नहीं होता। उसे यह अपील वापस लेने से पहले फैसला करना चाहिए था।’
अश्विन ने अपना किस्सा भी शेयर किया। उन्होंने कहा- ‘जैसे मेरे और जोस बटलर के साथ हुआ, उसके अगले साल मैं दिल्ली कैपिटल्स गया। रिकी पोंटिंग ने मुझसे कहा कि हम नहीं चाहते कि हमारी टीम इस तरह नॉन स्ट्राइकर को रन आउट करे और आपको भी इसका पालन करना चाहिए। तो मैंने कहा ठीक है। अगर यह आपका नियम है तो मैं ऐसा नहीं करूंगा। दिग्वेश राठी ने ऐसा किया, हमें नहीं पता कि हमने उससे पहले बात की थी या नहीं।”
अश्विन ने आगे कहा, “अपने गेंदबाज को छोटा क्यों महसूस कराते हो? इस तरह से गेंदबाज खुद को बहुत छोटा महसूस करेगा। वह फिर कभी ऐसा नहीं करेगा, और लोग भी कहेंगे कि ऐसा नहीं करना चाहिए। ऐसा क्यों नहीं करना चाहिए? इससे गेंदबाज के मन में डर पैदा होगा। लेकिन गेंदबाज की किसी को परवाह नहीं है, इसलिए उसकी अपील वापस ली जा सकती है।”
जानकारी के लिए बता दें कि इस मैच में आरसीबी ने 228 रन का लक्ष्य हासिल कर इतिहास रच दिया, यह इस टीम का सबसे बड़ा रन चेज था। जितेश शर्मा ने 33 गेंदों में नाबाद 85 रन की मैच जिताऊ पारी खेली। उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।