चेतेश्वर पुजारा और विराट कोहली (सौजन्य : सोशल मीडिया)
नई दिल्ली : भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जाने वाली टेस्ट सीरीज बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले मैच में जहां विराट कोहली ने शतक जड़ा था, वहीं बाकी मैच में वो 3 टेस्ट पारियों में 11 रन का भी स्कोर नहीं पार कर पाएं हैं। इस सीरीज के तीसरा टेस्ट मैच जो कि ब्रिसबेन में खेला जा रहा है, उसमें विराट कोहली सिर्फ 3 रन बनाकर ही आउट हो गए। इसी मामले में टीम इंडिया के खिलाड़ी चेतेश्वर पुजारा ने विराट के परफॉर्मेंस को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। उन्होंने कोहली के नई गेंद पर खेलने की टेक्निक को निशाने में लिया है। आपको बता दें कि इंटरनेशनल क्रिकेट में ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर जॉश हेजलवुड ने 11वीं बार कोहली का विकेट लेकर उनको आउट किया है।
इस तीसरे टेस्ट मैच में कोहली वहीं अपने पुराने अंदाज में आउट होते हुए नजर आए हैं। स्टंप्स से दूर बॉल खेलने के चक्कर में कोहली ने अपनी कैच विकेटकीपर को थमा दी थी। इसी को लेकर चेतेश्वर पुजारा ने कहा है कि पर्थ टेस्ट में पुरानी बॉल से मैच खेलने के कारण विराट कोहली ने सेंचुरी लगायी थी। साथ ही उन्होंने ये भी कहा है कि कोहली जब भी नई बॉल से मैच खेले हैं, तब तब वे आउट हुए हैं। पुजारा ने ये भी दावा किया है कि कोहली जिस टेक्निक से खेलेते हैं, वो नई बॉल के लिए बनी ही नहीं है।
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एक शो पर हो रही चर्चा के दौरान बात करते हुए भारतीय खिलाड़ी चेतेश्वर पुजारा ने कहा है कि विराट कोहली जब भी नई बॉल से खेले हैं, वो आउट ही हुए हैं। उन्होंने जब पर्थ में पुरानी बॉल से मैच खेला था, तब उन्होंने सेंचुरी लगायी थी। इसमें ये एक अहम पहलू है, उनकी टेक्निक नई बॉल के लिए बनी ही नहीं है। उन्हें मिडिल ऑर्डर में यानी 10,15 या 20 ओवर के बाद ही बैटिंग देनी चाहिए।
जब वो नई बॉल से खेलेंगे तो बॉलर्स का एनर्जी लेवल बहुत बढ़ा हुआ होगा और उनका कॉन्फिडेंस लेवल भी सांतवें आसमान पर होगा। जब बॉलर्स 2 विकेट लेता है, तो पूरी टीम का जोश हाई हो जाता है। इसीलिए जब आप नई गेंद के सामने बैटिंग करने आते हैं, तो ये काम आसान नहीं होता है। चेतेश्वर पुजारा ने ये आंकलन करके बताया है कि विराट कोहली भले ही नेट्स में ऑफ स्टंप्स बॉल्स को छोड़ने की कोशिश कर रहे हों, लेकिन वो अपनी इस प्रैक्टिस को मैच के दौरान अमल में लाने में पूरी तरह से फेल रहे हैं।