भारतीय एथलीट अविनाश साबले (सोर्स-सोशल मीडिया)
पेरिस: पेरिस ओलंपिक मे सोमवार का दिन भारत के लिहाज से काफी ख़राब रहा। लेकिन सोमवार को दोपहर में टेबल टेनिस से खुशखबरी सामने आई तो वहीं, दिन के अंत में अविनाश साबले ने भी भारतीय खेल प्रेमियों को चीयर करने का मौका दे दिया। जी हां अविनाश साबले ने 3000 मीटर की स्टीपल चेज यानी बाधादौड़ में फाइनल के लिए क्वालिफाई कर लिया है।
भारतीय एथलीट अविनाश साबले ने पेरिस ओलंपिक में सोमवार को यहां पुरुष 3000 मीटर स्टीपलचेज स्पर्धा में अपनी हीट में पांचवें स्थान के साथ फाइनल के लिए क्वालीफाई किया। वह इस स्पर्धा के फाइनल में पहुंचने वाले भारत के पहले एथलीट बन गये हैं। राष्ट्रीय रिकॉर्डधारी साबले ने दूसरी हीट में आठ मिनट 15.43 समय के साथ पांचवां स्थान हासिल किया।
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हर हीट के शीर्ष पांच धावकों ने फाइनल का टिकट कटाया। साबले की हीट में मोरोक्को के मोहम्मद तिंडौफत आठ मिनट 10.62 सेकंड के समय के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया। सेना में नायक सूबेदार पदक पर काबिज साबले ने कई बार अपने ही राष्ट्रीय रिकॉर्ड को बेहतर किया है। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन आठ मिनट 09.94 सेकंड है जो उन्होंने पिछले महीने की शुरूआत में पेरिस डायमंड लीग में हासिल किया था।
इस 29 साल के खिलाड़ी ने रेस की अच्छी शुरुआत की और पहले 1000 मीटर के बाद शीर्ष पर रहे। लेकिन इसके बाद कीनिया के अब्राहम किबिवोट ने बढ़त बना ली और साबले खिसककर चौथे स्थान पर फिसल गये। वह 2000 मीटर की दूरी को पांच मिनट 28.7 सेकेंड में पूरी करने के बाद तीसरे स्थान पर थे। वह इसके बाद पांचवें स्थान पर खिसक गये लेकिन उन्होंने छठे स्थान पर काबिज अमेरिका के मैथ्यू विलकिनसन पर बड़ी बढ़त बनाने के कारण आखरी पलों में ज्यादा जोर नहीं लगाया।
आखिरी पलों में ज्यादा जोर न लगाने को लेकर अविनाश साबले ने बयान भी दिया है। उन्होंने कहा कि वह आराम से क्वालिफिकेश की रेस में थे इसलिए उन्होंने बेवजह अधिक जोर नहीं लगाया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने अपनी एनर्जी फाइनल के लिए बचाकर रखी है। बातचीत के दौरान उन्होंने प्रसंशकों और सहयोगियों को धन्यवाद भी दिया है।
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