Hindi news, हिंदी न्यूज़, Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest Hindi News
X
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • धर्म
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • करियर
  • टेक्नॉलजी
  • हेल्थ
  • ऑटोमोबाइल
  • वीडियो
  • चुनाव

  • ई-पेपर
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • राजनीति
  • खेल
  • लाइफ़स्टाइल
  • क्राइम
  • नवभारत विशेष
  • मनोरंजन
  • बिज़नेस
  • अन्य
    • वेब स्टोरीज़
    • वायरल
    • ऑटोमोबाइल
    • टेक्नॉलजी
    • धर्म
    • करियर
    • टूर एंड ट्रैवल
    • वीडियो
    • फोटो
    • चुनाव
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • क्राइम
  • लाइफ़स्टाइल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • राजनीति
  • बिज़नेस
  • ऑटोमोबाइल
  • टेक्नॉलजी
  • धर्म
  • वेब स्टोरीज़
  • करियर
  • टूर एंड ट्रैवल
  • वीडियो
  • फोटो
  • चुनाव
In Trends:
  • Tariff War |
  • Weather Update |
  • Aaj ka Rashifal |
  • Parliament Session |
  • Bihar Assembly Elections 2025 |
  • Share Market
Follow Us
  • वेब स्टोरीज
  • फोटो
  • विडियो
  • फटाफट खबरें

वित्त विभाग की मंजूरी बिना, कैसे लागू हो पाएंगे लोकलुभावन फैसले

मंत्रिमंडल की बैठकों में वित्तमंत्री अजीत पवार ने सरकार को आगाह किया कि वित्त प्रबंध किए बगैर घोषणाएं नहीं की जानी चाहिए। वित्त विभाग ने नकारात्मक टिप्पणी करते हुए कहा कि ऐसे फैसलों से सरकार पर आर्थिक बोझ पड़ रहा है। कुछ फैसलों पर तो टिप्पणी अनुभाग का हिस्सा खाली रखा गया।

  • By मृणाल पाठक
Updated On: Oct 14, 2024 | 02:00 PM

एकनाथ शिंदे (डिजाइन फोटो)

Follow Us
Close
Follow Us:

क्या ऐसा माना जाए कि विधानसभा चुनाव को देखते हुए महाराष्ट्र की महायुति सरकार ने 4 बैठकों में जो 150 फैसले लिए हैं वे वित्त विभाग की मंजूरी नहीं मिलने की वजह से लागू नहीं हो पाएंगे? क्या मंत्रिमंडल में समन्वय का अभाव है? फैसले लेते समय वित्त विभाग को विश्वास में क्यों नहीं लिया गया? जब वित्त विभाग धनराशि ही जारी नहीं करेगा तो अधिकांश फैसले हवा-हवाई बनकर रह जाएंगे। ऐसा करना जनभावनाओं के साथ खिलवाड़ नहीं तो और क्या है?

बताया जाता है कि मंत्रिमंडल की बैठकों में वित्तमंत्री अजीत पवार ने सरकार को आगाह किया कि वित्त प्रबंध किए बगैर घोषणाएं नहीं की जानी चाहिए। वित्त विभाग ने नकारात्मक टिप्पणी करते हुए कहा कि ऐसे फैसलों से सरकार पर आर्थिक बोझ पड़ रहा है। कुछ फैसलों पर तो टिप्पणी अनुभाग का हिस्सा खाली रखा गया।

वित्त विभाग की राय खिलाफ होने के बावजूद मंत्रिमंडल ने अपने अधिकार का इस्तेमाल करते हुए राय को नजरअंदाज करते हुए यह लोकलुभावन फैसले लिए। सोशल इंजीनियरिंग को नाम पर 17 जातियों के लिए अलग-अलग महामंडल भी बना दिए। यह सिलसिला यहीं खत्म नहीं होता। आचार संहिता की घोषणा से पहले राज्य कैबिनेट की एक और बैठक होगी और इसमें कई अहम फैसले लिए जाने की संभावना है।

यह भी पढ़ें- परोपकारी उद्योगपति, भारत को दूसरा रतन टाटा मिलना मुश्किल

वैसे राज्य की महायुति सरकार ने नई योजनाओं को लागू करने और परिचालन खर्च को पूरा करने के लिए रिजर्व बैंक से 125 करोड़ रुपए का कर्ज मांगा है। जानकार यह भी मान रहे हैं कि ऐसा ही चलता रहा तो आगामी महीनों में सरकारी कर्मचारियों का वेतन भुगतान प्रभावित हो सकता है।

वस्तुस्थिति ऐसी है कि बजट में कई लोकप्रिय योजनाएं घोषित की गई थीं। इसके अलावा 23 सितंबर को 24 फैसले, 30 सितंबर को 40 फैसले, 4 अक्टूबर को 34 फैसले और 10 अक्टूबर को एकसाथ 51 फैसले लिए गए। इसमें वित्त विभाग के विरोध की कोई परवाह नहीं की गई। महाराष्ट्र की हालत यह है कि उस पर कर्ज का बोझ बढ़कर 7,82,991 करोड़ रुपए हो गया। हर साल कर्ज पर 56,727 करोड़ रुपए का भुगतान करना पड़ता है।

10 वर्ष पहले 2014 में महाराष्ट्र पर कर्ज का बोझ केवल 2,94,000 करोड़ रुपए था। रिजर्व बैंक ने राज्य को 1 लाख करोड़ के नए कर्ज को मंजूरी दी है। खर्च पूरा करने के लिए आय के स्रोत सीमित हैं। जुलाई मे पेश राज्य सरकार का बजट 20,000 करोड़ रुपए के राजस्व घाटे का था।

अधिकतम कर्ज लेने से ब्याज का भुगतान करने से विकास के लिए बहुत कम पैसा बचता है। इससे नए कर्ज लेने या ऋण प्रतिभूतियां जुटाने की राज्य की वित्तीय स्थिति कम हो जाती है। इस तरह कोई आर्थिक अनुशासन नहीं है लेकिन फिर भी चुनाव सामने देखकर कितने ही लुभावने फैसले किए गए।

लेख- चंद्रमोहन द्विवेदी द्वारा

Maharashtra assembly elections 2024 populist decisions implemented without approval of finance department

Get Latest   Hindi News ,  Maharashtra News ,  Entertainment News ,  Election News ,  Business News ,  Tech ,  Auto ,  Career and  Religion News  only on Navbharatlive.com

Published On: Oct 14, 2024 | 02:00 PM

Topics:  

  • Assembly Elections
  • Eknath Shinde
  • Maharashtra Assembly Elections

सम्बंधित ख़बरें

1

CSDS संजय कुमार के खिलाफ FIR, वोटिंग की झूठी आंकड़ेबाजी दिखाकर भ्रम फैलाने का आरोप

2

20 हजार करोड़ रुपये डकार गए ये 2 मंत्री, संजय राउत ने खोली पोल, भूखंड घोटाले का लगाया आरोप

3

महाराष्ट्र में आफत की बारिश! फसल नुकसान पर कैबिनेट में हड़कंप, CM फडणवीस ने दिए राहत के आदेश

4

पवार में पद तो शिंदे गुट में इंतजार! NCP में एंट्री को लेकर उत्साह, शिंदे से शिवसेना निराश

Popular Section

  • देश
  • विदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • वेब स्टोरीज़

States

  • महाराष्ट्र
  • उत्तर प्रदेश
  • मध्यप्रदेश
  • दिल्ली NCR
  • बिहार

Maharashtra Cities

  • मुंबई
  • पुणे
  • नागपुर
  • ठाणे
  • नासिक
  • सोलापुर
  • वर्धा
  • चंद्रपुर

More

  • वायरल
  • करियर
  • ऑटो
  • टेक
  • धर्म
  • वीडियो

Follow Us On

Contact Us About Us Disclaimer Privacy Policy
Marathi News Epaper Hindi Epaper Marathi RSS Sitemap

© Copyright Navbharatlive 2025 All rights reserved.