कालाष्टमी व्रत (सौ.सोशल मीडिया)
Kalashtami 2025 भगवान भोलेनाथ के रौद्र रूप काल भैरव को समर्पित कालाष्टमी का व्रत हर महीने की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जाती है। इस बार अप्रैल यानी वैशाख माह की कालाष्टमी 21 अप्रैल, सोमवार को मनाई जाएगी। इस दिन भगवान भोलेनाथ के रौद्र रूप काल भैरव की पूजा की जाती है। मान्यता है इनकी पूजा से जीवन की सभी परेशानियां दूर होती हैं साथ ही, जीवन में सुख-समृद्धि आती है। ऐसे में आइए जानते हैं कि कालाष्टमी कब है और इस दिन काल भैरव को प्रसन्न करने के लिए क्या करना चाहिए-
कब मनाई जाएगी कालाष्टमी व्रत
पंचांग के अनुसार, अप्रैल में आने वाली कालाष्टमी तिथि की शुरुआत 20 अप्रैल रात 7 बजकर 1 मिनट पर होगी और समापन 21 अप्रैल को शाम 6 बजकर 58 मिनट पर। उदयातिथि के अनुसार वैशाख माह की कालाष्टमी 21 अप्रैल को मनाई जाएगी।
कालाष्टमी पर ऐसे करें कालभैरव को प्रसन्न
सुख-समृद्धि के लिए करें उपाय
अगर आप चाहते हैं कि आपके जीवन में सुख-समृद्धि बढ़े, तो कालाष्टमी की रात भैरव जी के सामने मिट्टी का दीपक जलाएं, जिसमें सरसों का तेल हो। दीपक जलाते समय “ॐ ह्रीं बटुकाय आपदुद्धारणाय कुरु कुरु बटुकाय ह्रीं ॐ” इस मंत्र का कम से कम दो बार जाप करें।
अच्छी सेहत के लिए करें उपाय
अगर आप किसी लंबी बीमारी या मानसिक चिंता से जूझ रहे हैं, तो इस दिन सरसों के तेल में चुपड़ी हुई एक रोटी काले कुत्ते को खिलाएं। रोटी पर तेल लगाते समय काल भैरव का ध्यान करें। ऐसा करने से सेहत अच्छी बनी रहती है।
आर्थिक तंगी दूर करने के लिए करें उपाय
अगर जीवन में धन की कमी बनी रहती है, तो कालाष्टमी के दिन भैरव जी के चरणों में काले रंग का धागा रखें। धागे को वहां 5 मिनट तक रखें और काल भैरव का ध्यान करें. इसके बाद उस धागे को अपने दाएं पैर में बांध लें।
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कलह-क्लेश से मुक्ति के लिए करें उपा
अगर परिवार में कलह या तनाव है, तो कालाष्टमी के दिन स्नान कर शिव जी की प्रतिमा के सामने आसन बिछाकर बैठें और “शिव चालीसा” का पाठ करें। मान्यता है कि कालाष्टमी के दिन ऐसा करने से कलह-क्लेश से मुक्ति मिलती है और घर परिवार में सुख समृद्धि बनी रहती है।