Hindi news, हिंदी न्यूज़, Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest Hindi News
X
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • धर्म
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • करियर
  • टेक्नॉलजी
  • हेल्थ
  • ऑटोमोबाइल
  • वीडियो
  • चुनाव

  • ई-पेपर
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • राजनीति
  • खेल
  • लाइफ़स्टाइल
  • क्राइम
  • नवभारत विशेष
  • मनोरंजन
  • बिज़नेस
  • वेब स्टोरीज़
  • वायरल
  • अन्य
    • ऑटोमोबाइल
    • टेक्नॉलजी
    • करियर
    • धर्म
    • हेल्थ
    • टूर एंड ट्रैवल
    • वीडियो
    • फोटो
    • चुनाव
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • क्राइम
  • लाइफ़स्टाइल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • राजनीति
  • बिज़नेस
  • ऑटोमोबाइल
  • टेक्नॉलजी
  • हेल्थ
  • धर्म
  • वेब स्टोरीज़
  • करियर
  • टूर एंड ट्रैवल
  • वीडियो
  • फोटो
  • चुनाव
In Trends:
  • Bihar Assembly Election 2025 |
  • Diwali 2025 |
  • Ind vs Aus |
  • ICC Women’s Cricket World Cup |
  • Weather Update |
  • Share Market
Follow Us
  • वेब स्टोरीज
  • फोटो
  • विडियो
  • फटाफट खबरें

शाम को दीपक क्यों और कितने बजे जलाना चाहिए, जानिए इसके लाभ

अक्सर लोग शाम के समय नहीं बल्कि रात हो जाने पर, यानी कि अंधेरा हो जाने पर दीया जलाते हैं जबकि संध्याकाल का दीपक हमेशा सूर्यास्त के समय यानी शाम 5 बजे से लेकर शाम 7 बजे तक का समय दीपक जलाने के लिए शुभ होता हैं।

  • By सीमा कुमारी
Updated On: Jan 27, 2025 | 06:15 PM

कब जलाना चाहिए शाम के समय दीया, जानिए (सौ.सोशल मीडिया)

Follow Us
Close
Follow Us:

Deepak Jalane Ke Niyam: हिन्दू धर्म में सुबह और शाम के समय दीपक जलाना बहुत शुभ और लाभकारी माना जाता है। दीपक जलाना शुभता का प्रतीक माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि दीपक न जलाने से पूजा अधूरी रहती है। सुबह और शाम को दीपक जलाने से नकारात्मक ऊर्जा से छुटकारा मिलता है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है।

शास्त्रों में दीपक जलाने के कई नियमों के बारे में बताया गया है। इन नियमों का पालन करने से इंसान को जीवन में कई तरह के लाभ प्राप्त होते हैं। ऐसे में आइए जानते हैं शाम के समय दीया जलाने के दौरान किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है और क्यों जलाना चाहिए शाम के समय दीपक।

जानिए कब जलाना चाहिए शाम के समय दीया

हिनू धर्म में शाम के समय दीया ज्यादातर घरों में जलाए जाने की एक विशेष परंपरा है। हालांकि, अक्सर लोग शाम के समय नहीं बल्कि रात हो जाने पर, यानी कि अंधेरा हो जाने पर दीया जलाते हैं जबकि संध्याकाल का दीपक हमेशा सूर्यास्त के समय यानी शाम 5 बजे से लेकर शाम 7 बजे तक का समय दीपक जलाने के लिए शुभ होता हैं।

जबकि सुबह का समय सुबह 5 बजे से लेकर 10 बजे तक शुभ होता हैं। कहा जाता है कि अंधेरा हो जाने के बाद दीया जलाना सात्विक नहीं बल्कि तांत्रिक पूजा में गिना जाता है। इसलिए दीपक हमेशा सूर्यास्त के समय जलाना चाहिए।

क्यों शाम के समय दीपक जलाए जाते हैं

ज्योतिषी बताते हैं कि, शाम के समय दीया जलाने से नकारात्मकता दूर होती है। घर में सुख, शांति, समृद्धि, संपन्नता, सौभग्य, सकारात्मकता आदि का आगमन होता है। इसके अलावा, शाम के समय दीया जलाने से राहु का दुष्प्रभाव भी कम ही जाता है।

कहते हैं, अगर आपकी कुंडली में ग्रह दोष है तो शाम के समय दीया जलाने से ग्रह शांत होते हैं और शुभ परिणाम नजर आने लगते हैं। घर और सदस्यों की उन्नति होने लगती है। इसलिए भी शाम के समय दीपक जलाए जाते है।

इन स्थानों में जलाना चाहिए शाम के समय दीया

ज्योतिष गुरु बताते है। कि, शाम के समय अगर दीया जला रहे हैं तो उसकी दिशा का ध्यान रखना भी बहुत जरूरी है। शाम के समय दीया या तो घर के मुख्य द्वार पर जलाना चाहिए या फिर तुलसी के गमले के पास जलाना चाहिए।


धर्म की खबरें जानने के लिए क्लिक करें – 

इसके अलावा, संध्याकाल का दीपक घर भगवान की आरती कर लेने के बाद रसोई में भी रखा जा सकता है। इससे घर में हमेशा धन और धान्य का भंडार भरा रहता है।

Things to keep in mind while lighting diya at evening

Get Latest   Hindi News ,  Maharashtra News ,  Entertainment News ,  Election News ,  Business News ,  Tech ,  Auto ,  Career and  Religion News  only on Navbharatlive.com

Published On: Jan 27, 2025 | 06:15 PM

Topics:  

  • Deepak
  • Evening
  • Lighting

सम्बंधित ख़बरें

1

दिवाली के दूसरे दिन महाकाल मंदिर में भस्म आरती के दौरान उमड़ा भक्तों का सैलाब, गूंजे जयघोष

2

गोवर्धन पूजा पर इस बार गाय के गोबर से बनाएं भगवान श्री कृष्ण और गोवर्धन पर्वत, जानिए बनाने का तरीका

3

यम द्वितीया पर भाई का बहन के घर भोजन क्यों है इतना महत्वपूर्ण? जानें धार्मिक रहस्य

4

22 अक्टूबर को है गोवर्धन पूजा, क्यों लगाया जाता है श्रीकृष्ण को 56 तरह का भोग, जानिए रहस्य

Popular Section

  • देश
  • विदेश
  • खेल
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • वेब स्टोरीज़

States

  • महाराष्ट्र
  • उत्तर प्रदेश
  • मध्यप्रदेश
  • दिल्ली NCR
  • बिहार

Maharashtra Cities

  • मुंबई
  • पुणे
  • नागपुर
  • ठाणे
  • नासिक
  • अकोला
  • वर्धा
  • चंद्रपुर

More

  • वायरल
  • करियर
  • ऑटो
  • टेक
  • धर्म
  • वीडियो

Follow Us On

Contact Us About Us Disclaimer Privacy Policy
Marathi News Epaper Hindi Epaper Marathi RSS Sitemap

© Copyright Navbharatlive 2025 All rights reserved.