100 साल बाद धनतेरस पर बन रहे ये 5 शुभ योग
Dhanteras 2024:इस साल धनतेरस का त्यौहार 29 अक्तूबर को मनाया जाएगा। इस दिन यदि विधि-विधान से भगवान कुबेर का पूजन किया जाए तो जीवन में आ रही धन संबंधी समस्याएं दूर होती हैं और धन प्राप्ति के नए रास्ते खुलते हैं। अगर आप धन-संपदा के क्षेत्र में बढ़ोतरी पाना चाहते हैं, तो धनतेरस के दिन यह उपाय जरूर अपनाएं। आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में-
ज्योतिष-शास्त्र के अनुसार धनतेरस के दिन एक काम को 13 बार करने से काफी लाभ प्राप्त होता हैं। मान्यता है कि इससे संपत्ति में 13 गुना बढ़ोतरी होती है और तिजोरी कभी खाली नहीं होती।
धनतेरस के दिन करें ये एक काम 13 बार
ज्योतिष-शास्त्र के अनुसार, धनतेरस के दिन मां लक्ष्मी का पूजन करते समय 13 दीपक जलाने चाहिए। इस उपाय को करने से धन लाभ होता है।
अगर मां लक्ष्मी और भगवान कुबेर की कृपा पाना चाहते हैं, तो धनतेरस के दिन मां लक्ष्मी को 13 कौड़िया अर्पित करें। कहते है इस उपाय को करने से आर्थिक तंगी दूर होती है। एक बात का ध्यान रखें कि इन कौड़ियों को घर के अलग-अलग जगह पर गाड़ देना चाहिए।
इसके अलावा, इस दिन चांदी के 13 सिक्के लेकर आएं और उन पर हल्दी व केसर से तिलक करें। फिर पूजा करने के बाद इन सिक्कों को लाल रंग के कपड़े में लपेटकर अपने घर की तिजोरी या उस जगह रखें जहां आप पैसे रखते हैं।
धनतेरस के दिन घर के बाहर और घर के अंदर दोनों जगह 13 दीपक जलाने चाहिए। इस उपाय को करने से घर में आ रही सभी परेशानियों नष्ट हो जाती हैं।
धनतेरस के दिन भगवान कुबेर का पूजन किया जाता है और इस दिन यदि कुबेर मंत्र का जाप 13 बार किया जाए तो धन संबंधी सभी परेशानियां समाप्त हो जाएंगी।
धनतेरस पर 100 साल बाद बन रहे 5 शुभ योग
इस बार का धनतेरस बहुत ही शुभ माना जा रहा है क्योंकि 100 साल बाद एक नहीं बल्कि 5 शुभ योग बन रहे हैं जो आपकी जिंदगी में सुख-समृद्धि लेकर आएगा। इस दिन पर खासतौर पर 2 चीजें अपने घर जरूर लाएं क्योंकि ऐसा माना जाता है कि ये दो चीजें दुर्भाग्य और गरीबी को दूर कर घर में पॉजिटिविटी और सुख-समृद्धि लेकर आएगी।
ज्योतिष अनुसार, धनतेरस पर इस बार 100 साल बाद दुर्लभ संयोग बनने जा रहा है। धन त्रयोदशी पर इस बार त्रिग्रही योग, त्रिपुष्कर योग, इंद्र योग, लक्ष्मी नारायण योग, शश महापुरुष राज योग।
ये कुल 5 शुभ संयोग बन रहे और यह स्थिर लग्न बन रहा है। धनतेरस पर शाम 6ः30 से 8 बजे तक स्थिर लग्न और वृषभ काल का समय रहेगा। यह समय, एक ऐसा समय है जब आप किसी चीज की कामना करते हैं तो स्थाई तौर पर आपके पास हमेशा के लिए रुक जाती है।
मनोकामना पूर्ति के लिए इस समय पूजा जरूर करें। इस समय के दौरान , परिवार के साथ धनवंतरि मंत्र और महा लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए श्री सूक्त का पाठ जरूर करें। यह पाठ धन-धान्य की अधिष्ठात्री देवी लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए किया जाता है। इसे ‘लक्ष्मी सूक्तम्’ भी कहा जाता है।