Hindi news, हिंदी न्यूज़, Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest Hindi News
X
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • धर्म
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • करियर
  • टेक्नॉलजी
  • हेल्थ
  • ऑटोमोबाइल
  • वीडियो
  • चुनाव

  • ई-पेपर
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • राजनीति
  • खेल
  • लाइफ़स्टाइल
  • क्राइम
  • नवभारत विशेष
  • मनोरंजन
  • बिज़नेस
  • अन्य
    • वेब स्टोरीज़
    • वायरल
    • ऑटोमोबाइल
    • टेक्नॉलजी
    • धर्म
    • करियर
    • टूर एंड ट्रैवल
    • वीडियो
    • फोटो
    • चुनाव
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • क्राइम
  • लाइफ़स्टाइल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • राजनीति
  • बिज़नेस
  • ऑटोमोबाइल
  • टेक्नॉलजी
  • धर्म
  • वेब स्टोरीज़
  • करियर
  • टूर एंड ट्रैवल
  • वीडियो
  • फोटो
  • चुनाव
In Trends:
  • Ganesh Chaturthi |
  • Tariff War |
  • Weather Update |
  • Aaj ka Rashifal |
  • Parliament Session |
  • Bihar Assembly Elections 2025 |
  • Share Market
Follow Us
  • वेब स्टोरीज
  • फोटो
  • विडियो
  • फटाफट खबरें

‘हल षष्ठी’ पूजा में अवश्य करें इस विशेष कथा का पाठ, संतान को मिलेगा दीर्घायु वरदान

जन्माष्टमी से पहले भगवान श्रीकृष्ण के बड़े भाई श्रीबलराम जी के जन्मोत्सव के रूप में हलषष्ठी पर्व मनाया जाता है। इस दिन श्री बलराम जी का जन्म हुआ था। हलषष्ठी व्रत को कई क्षेत्रों में हलछठ या बलराम जयंती के नाम से भी जाना जाता है।

  • By दीपिका पाल
Updated On: Aug 23, 2024 | 04:27 AM

हलषष्ठी 2024 (सौ.सोशल मीडिया)

Follow Us
Close
Follow Us:

संतान की दीर्घायु एवं सुख संपन्नता के लिए ‘हल षष्ठी’ (Hal Shashthi 2024) का व्रत सनातन धर्म में बड़ा महत्व रखता है। इस साल 24 अगस्त 2024 दिन शनिवार को है।

यह पर्व भगवान श्रीकृष्ण के बड़े भाई श्रीबलराम जी के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। कहा जाता है कि इसी दिन श्री बलराम जी का जन्म हुआ था। हलषष्ठी व्रत को कई क्षेत्रों में हलछठ या बलराम जयंती के नाम से भी जाना जाता है।

पुत्रों के लिए रखा जाता हैं व्रत

पुत्रों की दीर्घायु और सुख संपन्नता के लिए हल षष्ठी का व्रत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन माताएं सुबह स्नान आदि करने के बाद हलछठ का व्रत शुरु करती है और विधि-विधान से पूजन करती हैं। लेकिन हल षष्ठी की पूजा में इससे जुड़ी व्रत कथा जरूर पढ़नी चाहिए, तभी व्रत का संपूर्ण फल प्राप्त होता है। ऐसे में आइए जानें इससे जुड़ी व्रत कथा-

हलषष्ठी व्रत कथा

पौराणिक कथा के अनुसार, पौराणिक समय में एक ग्वालिन थी। उसका प्रसव समय नजदीक था। एक तरफ वह प्रसव पीड़ा से व्याकुल थी तो दूसरी और उसका मन दूध-दही बेचने में लगा हुआ था। क्योंकि समय से दूध-दही न बेचने पर वह खराब हो जाता। यह सोचकर ग्लालिन दूध-दही का मटका अपने सिर पर रखा बेचने के लिए घर से निकल गई।

लेकिन कुछ दूर पहुंचने के बाद ही उसे असहनीय प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। तब वह एक झरबेरी की ओट पर चली गई और वहां एक बच्चे को जन्म दिया। ग्वालिन बच्चे को वहीं छोड़कर पास के गांव में दूध बेचने चली गई। संयोग यह था कि उस दिन हलषष्ठी थी। ग्वालिन ने गाय और भैंस के दूध को मिलाकर गांव वालों को केवल भैंस का दूध बताकर बेच दिया। इधर झरबेरी के पास उसका नवजात शिशु अकेला था। उसके समीप एक किसान खेत में हल जोत रहा था। तभी किसान के बैल भड़क उठे और बच्चे पर हमला कर दिया, जिससे उसकी मृत्यु हो गई।

ग्वालिन ने किया प्रायश्चित 

इस घटना के बाद किसान डर गया और वहां से भाग गया। जब कुछ देर बाद ग्वालिन दूध बेचकर बच्चे के पास पहुंची तो अपने बच्चे की दशा देख दुखी हो गई। उसने यह सोचा कि यह सब उसके पापों की सजा है। ग्वालियर ने सोचा कि यदि मैं गांव वालों को झूठ बोलकर दूध ना बेचती और गांव की महिलाओं का धर्म भ्रष्ट ना किया होता तो आज मेरा बच्चा जीवित होता। ग्वालिन अपने पापों का प्रायश्चित करने के लिए गांव वालों को सच बताने चली गई।

ग्वालिन ने जिन-जिन घरों में दूध बेचा वह उनके गली गली घूम कर उनके घर जाकर अपना झूठ बताने लगी। हालांकि, गांव की महिलाओं ने उसपर रहम कर उसे क्षमा कर दिया। इसके बाद महिला जब ग्वालिन झरबेरी के पास पहुंची तो वह अपने पुत्र को जीवित देख आश्चर्यचकित रह गई। इस घटना के बाद से ही ग्वालियर ने झूठ न बोलने का प्रण लिया।

लेखिका- सीमा कुमारी

Must recite this special story during hala shashthi puja

Get Latest   Hindi News ,  Maharashtra News ,  Entertainment News ,  Election News ,  Business News ,  Tech ,  Auto ,  Career and  Religion News  only on Navbharatlive.com

Published On: Aug 23, 2024 | 04:27 AM

Topics:  

सम्बंधित ख़बरें

1

भारत में यहां ‘एक गांव, एक गणेश’ के सिद्धांत पर पूजे जाते है गजानन, जानिए इस परंपरा के बारे में

2

आखिर हरतालिका तीज पूजा में कौन सी चढ़ाई जाती है 16 तरह की पत्तियां, जानिए हर एक का महत्व

3

तमिलनाडु के प्रसिद्ध मानव मुख वाले गणपति बप्पा, रहस्यों से भरी है इस मंदिर की कहानी

4

आज का राशिफल- 24 अगस्त 2025: मीन-वृश्चिक सहित इन 2 राशियों के लिए रहेगा शुभ

Popular Section

  • देश
  • विदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • वेब स्टोरीज़

States

  • महाराष्ट्र
  • उत्तर प्रदेश
  • मध्यप्रदेश
  • दिल्ली NCR
  • बिहार

Maharashtra Cities

  • मुंबई
  • पुणे
  • नागपुर
  • ठाणे
  • नासिक
  • सोलापुर
  • वर्धा
  • चंद्रपुर

More

  • वायरल
  • करियर
  • ऑटो
  • टेक
  • धर्म
  • वीडियो

Follow Us On

Contact Us About Us Disclaimer Privacy Policy
Marathi News Epaper Hindi Epaper Marathi RSS Sitemap

© Copyright Navbharatlive 2025 All rights reserved.