Hindi news, हिंदी न्यूज़, Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest Hindi News
X
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • धर्म
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • करियर
  • टेक्नॉलजी
  • हेल्थ
  • ऑटोमोबाइल
  • वीडियो
  • चुनाव

  • ई-पेपर
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • राजनीति
  • खेल
  • लाइफ़स्टाइल
  • क्राइम
  • नवभारत विशेष
  • मनोरंजन
  • बिज़नेस
  • अन्य
    • वेब स्टोरीज़
    • वायरल
    • ऑटोमोबाइल
    • टेक्नॉलजी
    • धर्म
    • करियर
    • टूर एंड ट्रैवल
    • वीडियो
    • फोटो
    • चुनाव
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • क्राइम
  • लाइफ़स्टाइल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • राजनीति
  • बिज़नेस
  • ऑटोमोबाइल
  • टेक्नॉलजी
  • धर्म
  • वेब स्टोरीज़
  • करियर
  • टूर एंड ट्रैवल
  • वीडियो
  • फोटो
  • चुनाव
In Trends:
  • Tariff War |
  • Weather Update |
  • Aaj ka Rashifal |
  • Parliament Session |
  • Bihar Assembly Elections 2025 |
  • Share Market
Follow Us
  • वेब स्टोरीज
  • फोटो
  • विडियो
  • फटाफट खबरें

पितरों का श्राद्ध करते हुए अनामिका उंगली में क्यों पहनते है कुशा की अंगूठी, जानें गरुड़ पुराण में वजह

पितृ पक्ष में कई नियम है लेकिन कई नियमों की जानकारी हमें नहीं होती है इसमें ही पितृ पक्ष में पिंडदान का नियम करते हुए अंगूठे के माध्यम से पिंडों को जल अर्पित करते है तो वहीं पर हाथों की अनामिका अंगली में कुशा की अंगूठी पहनते है आखिर इसके पीछे क्या नियम है चलिए जानते हैं इसके बारे में।

  • By दीपिका पाल
Updated On: Sep 14, 2024 | 08:38 AM

पितृ पक्ष के नियम (सौ.सोशल मीडिया)

Follow Us
Close
Follow Us:

गणेशोत्सव का दौर इन दिनों चल रहा है जिसमें भगवान गणेशजी की उपासना भक्त कर रहे है कुछ दिन में ही बप्पा हम लोगों से विदा लेकर अपने लोक वापस चले जाएंगे। गणेश विसर्जन के दिन से ही इस बार पितृ पक्ष की शुरुआत होने जा रही है इसमें पूर्वजों के प्रति श्रद्धा रखते हुए वंशज पूजा-पाठ और नियम करेंगे। पितृ पक्ष वह मौका होता है जिसमें वंशज, पितरों के प्रति की गई गलती की माफी मांगते है और उनकी इच्छा के अनुसार पसंद का भोग उन्हें अर्पित करते है।

वैसे तो पितृ पक्ष में कई नियम है लेकिन कई नियमों की जानकारी हमें नहीं होती है इसमें ही पितृ पक्ष में पिंडदान का नियम करते हुए अंगूठे के माध्यम से पिंडों को जल अर्पित करते है तो वहीं पर हाथों की अनामिका अंगली में कुशा की अंगूठी पहनते है आखिर इसके पीछे क्या नियम है चलिए जानते हैं इसके बारे में।

कुशा की अंगूठी पहनने का अर्थ

गरुड़, हिंदू धर्म में कुशा घास को पवित्र माना जाता है इसे लेकर एक कहानी प्रचलित है। कहते है कि, जब गरुड़ देव अमृत कलश लेकर स्वर्ग से आए थे तो उन्होंने कुछ समय के लिए कुशा के ऊपर यह कलश रख दिया था,तब से ही कुशा को बेहद पवित्र मानी गई है इसके कारण ही कई धार्मिक अनुष्ठानों में कुशा का इस्तेमाल किया जाता है। पितृ पक्ष में श्राद्ध कर्म के दौरान कुशा से अंगूठी बनाई जाती है, जिसे अनामिका उंगली (Ring Finger) में पहनते है। इसे लेकर धार्मिक मान्यताओं में माना गया है कि, अनामिका उंगली में तीनों देवता ब्रह्मा, विष्णु और महेश का वास होता है इसके हर भाग में भगवान निवास करते है। अनामिका के मूल भाग में भगवान शिव निवास करते हैं, मध्य भाग में विष्णु जी और अग्रभाग में ब्रह्मा जी निवास करते हैं।

ये भी पढ़ें- क्यों लगाते है ‘गणपति बप्पा मोरया’ का जयकारा, जानिए श्रीगणेश के भक्त से जुड़ी इसकी दिलचस्प कहानी

जानिए श्राद्ध करते समय अंगूठे से दिया जाता है जल

पितृ पक्ष में श्राद्ध के नियमों में से एक और नियम किया जाता है। इसमें श्राद्ध पक्ष के दौरान अंगूठे के माध्यम से पितरों को जल अर्पित करते हैं तो उनकी आत्मा को तृप्ति प्राप्त होती है। इसके नियम में बताया जाता है कि, हथेली के जिस भाग पर अंगूठा स्थित होता है, वो भाग पितृ तीर्थ माना जाता है। ऐसे में जब आप पितरों को अंगूठे के माध्यम से जल अर्पित करते हैं तो, पितृ तीर्थ से होता हुआ जल पितरों के लिए बनाए गए पिंडों तक पहुंचता है। इसलिए पितृ पक्ष के दौरान ऐसा करने से पितृ प्रसन्न होते हैं और उनकी आत्मा को शांति प्राप्त होती है। इसीलिए पितरों का तर्पण करते समय अंगूठे के माध्यम से जल अर्पित करना उचित माना जाता है।

इस प्रकार ही पितृ पक्ष के दौरान कुशा की अंगूठी पहनते हुए अंगूठे से जल दिया जाता है तो वहीं पर श्राद्ध के नियम होते है जिनका पालन उस दौरान करना जरूरी होता है।

Know the meaning of wearing a kusha ring on the ring finger while performing shradh for ancestors

Get Latest   Hindi News ,  Maharashtra News ,  Entertainment News ,  Election News ,  Business News ,  Tech ,  Auto ,  Career and  Religion News  only on Navbharatlive.com

Published On: Sep 14, 2024 | 08:38 AM

Topics:  

सम्बंधित ख़बरें

1

अगस्त में ‘इस’ दिन है भाद्रपद अमावस्या, शनिदोष से मुक्ति के लिए क्या करें, जानिए इस दिन का महत्व

2

साल 2025 करवा चौथ की आ गई सही तिथि, नोट कर लीजिए शुभ मुहूर्त और इसकी महिमा

3

यहां कुएं में विराजमान हैं श्रीगणेश, हर दिन बढ़ रही है मूर्ति, जानिए क्या है इस बात का गवाह

4

प्रोफेशनल लाइफ में चाहिए तरक्की, तो आचार्य चाणक्य की इन नीतियों का पालन करें, सफलता कदम चूमेगी

Popular Section

  • देश
  • विदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • वेब स्टोरीज़

States

  • महाराष्ट्र
  • उत्तर प्रदेश
  • मध्यप्रदेश
  • दिल्ली NCR
  • बिहार

Maharashtra Cities

  • मुंबई
  • पुणे
  • नागपुर
  • ठाणे
  • नासिक
  • सोलापुर
  • वर्धा
  • चंद्रपुर

More

  • वायरल
  • करियर
  • ऑटो
  • टेक
  • धर्म
  • वीडियो

Follow Us On

Contact Us About Us Disclaimer Privacy Policy
Marathi News Epaper Hindi Epaper Marathi RSS Sitemap

© Copyright Navbharatlive 2025 All rights reserved.