Hindi news, हिंदी न्यूज़, Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest Hindi News
X
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • धर्म
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • करियर
  • टेक्नॉलजी
  • हेल्थ
  • ऑटोमोबाइल
  • वीडियो
  • चुनाव

  • ई-पेपर
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • राजनीति
  • खेल
  • लाइफ़स्टाइल
  • क्राइम
  • नवभारत विशेष
  • मनोरंजन
  • बिज़नेस
  • अन्य
    • वेब स्टोरीज़
    • वायरल
    • ऑटोमोबाइल
    • टेक्नॉलजी
    • धर्म
    • करियर
    • टूर एंड ट्रैवल
    • वीडियो
    • फोटो
    • चुनाव
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • क्राइम
  • लाइफ़स्टाइल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • राजनीति
  • बिज़नेस
  • ऑटोमोबाइल
  • टेक्नॉलजी
  • धर्म
  • वेब स्टोरीज़
  • करियर
  • टूर एंड ट्रैवल
  • वीडियो
  • फोटो
  • चुनाव
In Trends:
  • Tariff War |
  • Weather Update |
  • Aaj ka Rashifal |
  • Parliament Session |
  • Bihar Assembly Elections 2025 |
  • Share Market
Follow Us
  • वेब स्टोरीज
  • फोटो
  • विडियो
  • फटाफट खबरें

शनिवार को है कालाष्टमी, इस मुहूर्त में करें कालभैरव की पूजा, दोगुना फल मिलने के हैं योग

Kalashtami: काल भैरव देव को समर्पित कालाष्टमी व्रत हर महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इस बार 16 अगस्त को भाद्रपद माह की कालाष्टमी मनाई जाएगी। आइए जानते है इस व्रत से जुड़े सबकुछ।

  • By सीमा कुमारी
Updated On: Aug 12, 2025 | 01:38 PM

कालाष्टमी (सौ.सोशल मीडिया)

Follow Us
Close
Follow Us:

Kalashtami 2025: भगवान शिव के रौद्ररूप काल भैरव को समर्पित कालाष्टमी व्रत हर महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इस बार 16 अगस्त को भाद्रपद माह की कालाष्टमी मनाई जाएगी।

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन भगवान शिव के रौद्र रूप काल भैरव देव की पूजा करने से सभी प्रकार के दुख और संकट दूर हो जाते हैं।

साथ ही हर मनोकामना पूरी होती है। इस शुभ अवसर पर मंदिरों में भगवान शिव की विशेष पूजा की जाती है। आइए, अगस्त माह की कालाष्टमी की सही डेट एवं शुभ मुहूर्त जानते हैं-

कब मनाई जाएगी कालाष्टमी शुभ मुहूर्त

आपको बता दें, पंचांग के अनुसार, 15 अगस्त को रात 11 बजकर 49 मिनट से भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि शुरू होगी। वहीं, 16 अगस्त को रात 09 बजकर 34 मिनट पर भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि समाप्त होगी। काल भैरव देव की निशा काल में पूजा की जाती है।

इसके लिए 16 अगस्त को भाद्रपद माह की कालाष्टमी मनाई जाएगी। वहीं, निशा काल में पूजा का समय देर रात 11 बजकर 19 मिनट से लेकर 12 बजकर 03 मिनट तक है।

कालाष्टमी पर बन रहे शुभ योग

ज्योतिषियों की मानें तो, भाद्रपद माह की कालाष्टमी पर वृद्धि और ध्रुव योग का संयोग बन रहा है। वृद्धि योग सुबह 07 बजकर 21 मिनट तक है।

इस दौरान देवों के देव महादेव कैलाश पर जगत की देवी मां पार्वती के साथ रहेंगे। ध्रुव योग में काल भैरव देव की पूजा करने से साधक को दोगुना फल मिलेगा। साथ ही सभी बिगड़े काम बन जाएंगे।

पंचांग

सूर्योदय – सुबह 05 बजकर 14 मिनट पर

सूर्यास्त – शाम 06 बजकर 07 मिनट पर

ब्रह्म मुहूर्त – सुबह 03 बजकर 45 मिनट से 04 बजकर 29 मिनट तक

विजय मुहूर्त – दोपहर 01 बजकर 50 मिनट से 02 बजकर 41 मिनट तक

गोधूलि मुहूर्त – शाम 06 बजकर 07 मिनट से 06 बजकर 30 मिनट तक

निशिता मुहूर्त – रात्रि 11 बजकर 19 मिनट से 12 बजकर 03 मिनट तक

कालाष्टमी पर करें भगवान शिव की पूजा :

  • भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर सुबह सूर्योदय से पहले उठें।
  • अब काल भरैव देव को ध्यान कर दिन की शुरुआत करें।
  • इसके बाद घर की साफ-सफाई करें।
  • इसके बाद गंगाजल युक्त पानी से स्नान करें।
  • इसके बाद आचमन कर नवीन वस्त्र धारण करें।
  • इस समय सबसे पहले सूर्य देव को जल अर्पित करें।
  • तंदोपरांत, पंचोपचार कर देवों के देव महादेव की भक्ति भाव से पूजा करें।
  • देवों के देव महादेव को फल, फूल और मिठाई अर्पित करें।
  • पूजा के समय शिव चालीसा का पाठ और मंत्र का जप करें।
  • वहीं, संध्याकाल में भगवान शिव जी की आरती करें।
  • आरती के बाद भगवान शिव से सुख, समृद्धि और खुशहाली की कामना करें।

ये भी पढ़ें–पतंगबाजी के बिना भारत की आज़ादी का जश्न क्यों है अधूरा, जानिए क्या बोलता है इतिहास

Kalashtami is on saturday worship kalbhairav in this auspicious time

Get Latest   Hindi News ,  Maharashtra News ,  Entertainment News ,  Election News ,  Business News ,  Tech ,  Auto ,  Career and  Religion News  only on Navbharatlive.com

Published On: Aug 12, 2025 | 01:38 PM

Topics:  

  • Kalashtami
  • Kalashtami Vrat
  • Lord Shiva

सम्बंधित ख़बरें

1

घर के मुख्य द्वार पर लिखें ये ‘बीज मंत्र’, दूर रहेंगी बुरी शक्तियां, शुभ-लाभ के बनेंगे योग

2

हरतालिका तीज पर ‘फुलेरा’ का क्यों है महत्व, क्या है फुलेरा, जानिए इससे जुड़ी बातें

3

‘गणेश चतुर्थी’ मनाए जाने से जुड़ी पौराणिक कथाएं जानिए, क्या है इस दिन का विशेष महत्व

4

हरतालिका तीज पर मिट्टी के शिवलिंग की क्यों की जाती है पूजा, जानिए किसने बनाया था मिट्टी का शिवलिंग

Popular Section

  • देश
  • विदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • वेब स्टोरीज़

States

  • महाराष्ट्र
  • उत्तर प्रदेश
  • मध्यप्रदेश
  • दिल्ली NCR
  • बिहार

Maharashtra Cities

  • मुंबई
  • पुणे
  • नागपुर
  • ठाणे
  • नासिक
  • सोलापुर
  • वर्धा
  • चंद्रपुर

More

  • वायरल
  • करियर
  • ऑटो
  • टेक
  • धर्म
  • वीडियो

Follow Us On

Contact Us About Us Disclaimer Privacy Policy
Marathi News Epaper Hindi Epaper Marathi RSS Sitemap

© Copyright Navbharatlive 2025 All rights reserved.