देवभूमि केदारनाथ धाम (सौ.सोशल मीडिया)
Kedarnath Dham: हिंदू धर्म में चार धाम यात्रा का विशेष महत्व है। यह यात्रा न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि इसका आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्व भी है। आपको बता दें, चार धाम यात्रा को कलयुग के मोक्ष प्राप्ति का मार्ग माना जाता है।
आपको बता दें, चार धाम यात्रा की शुरुआत हो चुकी है, जिसमें केदारनाथ तीसरा धाम है। आज 2 मई 2025 से केदारनाथ मंदिर के कपाट भक्तों के लिए खोल दिए गए हैं। इसके बाद अगले 6 महीने तक मंदिर के कपाट खुले रहेंगे और भक्त दर्शन कर पाएंगे। 6 महीने के बाद फिर से मंदिर का कपाट बंद कर दिया जाएगा।
बता दें कि इससे पहले 30 अप्रैल को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खोले गए थे। वहीं अंतिम धाम बद्रीनाथ के कपाट 4 मई 2025 को खुलेंगे।
आपको बता दें, केदारनाथ पहुंचकर बाबा के भक्ति और दर्शन के लिए हर कोई लालायित एवं उत्साहित होता है। लेकिन किसी कारण केदारनाथ नहीं जा रहे तो निराश न हों, आप घर पर भी रहकर भगवान शिव की कृपा पा सकते हैं। ऐसे में आइए जानते हैं इसके लिए आपको क्या करना चाहिए ?
देवभूमि केदारनाथ धाम नहीं जा रहे तो क्या करें
ज्योतिष धर्म गुरु के अनुसार, यदि किसी कारण आप देवभूमि केदारनाथ धाम नहीं जा पा रहे तो घर पर ही कुछ विशेष नियमों के साथ शिवलिंग स्थापित कर सकते हैं। लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि घर पर पूरे नियम और विधि-विधान से ही शिवलिंग की स्थापना करनी चाहिए।
भले ही आप केदारनाथ की यात्रा न कर पाएं, लेकिन उत्तराखंड तीर्थ और बाबा केदारनाथ का सुमिरम करके भी मन में भक्तिभाव जागृत कर सकते हैं। यह भी आध्यात्मिक यात्रा पर निकलने के समान ही होगा। क्योंकि ईश्वर को यदि देखना है मन के भीतर झांके, क्योंकि कण-कण में ईश्वर विराजमान हैं। इसलिए बिल्कुल निराश न हों।
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अगर, घर पर पहले से ही शिवलिंग हो तो आप उसी शिवलिंग में पूजा करें। क्योंकि, घर पर एक से अधिक शिवलिंग नहीं रखना चाहिए। नियमित रूप से शिवलिंग पर पीतल या तांबे के पात्र के जल अर्पण करें। इससे भी आप केदारनाथ की यात्रा के समान पुण्य मिल सकता है।