कछुए की अंगूठी पहनने के नियम (सौ.सोशल मीडिया)
Feng Shui Tips Tortoise: हिंदू धर्म में कछुए की अंगूठी को विशेष रूप से शुभ माना जाता है। यह विश्वास किया जाता है कि इसे पहनने से धन, सुख-समृद्धि और सौभाग्य में वृद्धि होती है। आपको बता दें कि, सही तरह से उपयोग की गई यह अंगूठी आपके दुर्भाग्य को सौभाग्य में बदल सकती है। ऐसे में आइए जानते हैं कछुए की अंगूठी पहनने के नियम और इसके फायदे :
जानिए क्या है कछुए की अंगूठी पहनने के नियम
फेंगशुई के अनुसार, कछुए की अंगूठी केवल चांदी की धातू में ही बनी हुई होनी चाहिए। तभी यह शुभ फल प्रदान करती है।
कछुए की अंगूठी दाएं हाथ में पहनी जाती है और इसे भूलकर भी बाएं हाथ में इस अंगूठी को नहीं पहनना चाहिए।
अगर आप कछुए की अंगूठी से लाभ पाना चाहते हैं तो इसे दाएं हाथ की तर्जनी या बीच यानि मध्यमा उंगली में धारण करें।
फेंगशुई के अनुसार कछुए की अंगूठी पहनते समय इस बात का खास ध्यान रखें कि कछुए का सिर हमेशा बाहर की तरफ होना चाहिए।
कछुए की अंगूठी पहनने के फायदे
फेंगशुई के अनुसार कछुए की अंगूठी पहनने से घर में आ रही निगेटिविटी दूर होती है और पॉजिटिविटी आती है।
कछुए को शांति और धैर्य का प्रतीक माना गया है और कहते हैं कि इस अंगूठी को पहनने से व्यक्ति के जीवन में शांति बनी रहती है।
कछुए की अंगूठी धन को आर्कषित करती है और इसे पहनने से जीवन में आ रही धन संबंधी समस्याएं दूर होती हैं।
कौन सी राशियों के लिए उपयुक्त है कछुए की अंगूठी
कछुए की अंगूठी सामान्यतः सभी के लिए शुभ मानी जाती है, लेकिन विशेष रूप से मकर और वृषभ राशि के व्यक्तियों के लिए यह अत्यधिक लाभकारी सिद्ध होती है। यह अंगूठी उनके जीवन में धन, समृद्धि और सफलता का संचार करती है।
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इन राशियों को कछुए की अंगूठी पहनने से बचना चाहिए
यदि आपकी राशि कर्क, वृश्चिक या मीन है, तो आपको कछुए की अंगूठी पहनने से परहेज करना चाहिए। ये राशियां जल तत्व से संबंधित हैं और कछुए की अंगूठी उनके स्वभाव में ठंडापन और मानसिक असंतुलन उत्पन्न कर सकती है, जिससे उनकी सोचने-समझने की क्षमता और स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।