जानिए विवाह पंचमी से जुड़े उपाय (सौ.सोशल मीडिया)
Totka for Marriage on Vivah Panchami:आज पूरे देश भर विवाह पंचमी धूमधाम से मनाई जा रही है। सनातन परंपरा के अनुसार, यह शुभ तिथि मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम और माता सीता के वैवाहिक वर्षगांठ के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। हर साल मार्गशीर्ष मास के शुक्लपक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाने वाला ‘विवाह पंचमी’की धूम मिथिलांचल और नेपाल में देखने लायक होती है।
हिंदू मान्यता के अनुसार, इस दिन देश के सारे मंदिरों में भगवान राम और माता सीता की पूजा अर्चना होती है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन माता सीता और भगवान श्रीराम की पूजा की जाती है और व्रत रखा जाता है। हर साल मार्गशीर्ष मास के शुक्लपक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाने वाला ‘विवाह पंचमी’की धूम मिथिलांचल और नेपाल में देखने लायक होती है।
ज्योतिषयों के अनुसार, अगर भक्त विवाह पंचमी के दिन भगवान राम और माता सीता की पूजा आराधना करें तो सभी मनोकामनाएं पूरी होती है। घर में सुख-समृद्धि की वृद्धि होती है। विवाह पंचमी के दिन किए गए विशेष उपाय से वैवाहिक जीवन में खुशियां आती है। साथ ही संतान सुख की प्राप्ति होती है।
ज्योतिषयों के अनुसार, विवाह पंचमी के दिन केले के पेड़ की पूजा करनी चाहिए। ऐसा करने से विवाह में आ रही समस्या से मुक्ति भी मिलती है। साथ ही दांपत्य जीवन में मधुरता बनी रहती है।
कहा जाता है कि, विवाह पंचमी के दिन शुभ योग में सुहाग का सामान भगवान राम और माता सीता को अर्पित करने से पति-पत्नी में चल रही खटपट दूर होती है।
विवाह पंचमी के दिन माता सीता और प्रभु राम की विधि पूर्वक पूजा आराधना करनी चाहिए और पंचामृत का भोग लगाना चाहिए। ऐसा करने से दांपत्य जीवन में मधुरता बढ़ती है।
विवाह पंचमी के दिन रामचरितमानस में दिए गए प्रभु राम और माता सीता के प्रसंग का पाठ करना चाहिए। ऐसा करने से वैवाहिक जीवन में चल रही तमाम तरह की समस्याओं से मुक्ति मिलेगी।
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हल्दी को सौभाग्य और वैवाहिक सुख का प्रतीक माना गया है। इस दिन पीले कपड़े में हल्दी की सात गांठें बांधकर मंदिर में रखने से घर में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है। यह उपाय दंपति के बीच सामंजस्य और सौहार्द बढ़ाने वाला माना जाता है।