राज्यसभा में बहस के दौरान तीनों नेता (फोटो - ANI)
नई दिल्ली: राज्यसभा में वक्फ संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान जमकर हंगामा हुआ। देर रात तक चली बहस के दौरान भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी और कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह के बीच तीखी बहस देखने को मिली। मामला तब और गरमा गया जब दिग्विजय सिंह ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का नाम लिया, जिसके बाद शाह ने भी उन्हें करारा जवाब दिया। चर्चा के दौरान जब त्रिवेदी ने विपक्षी दलों पर हमला बोलते हुए कुछ विवादित नाम लिए, तो कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने विरोध जताया।
इसके बाद सदन में जमकर तीखी बहस हुई। शाह ने स्पष्ट किया कि विपक्षी गठबंधन में जिनका जिक्र किया गया, वे पहले भी विपक्षी दलों से जुड़े थे। दिग्विजय सिंह ने सुधांशु त्रिवेदी के 26/11 से जुड़े बयान पर कड़ी आपत्ति जताई, जिस पर अमित शाह ने पलटवार करते हुए कहा कि उन्हें हर जगह अपनी ही छवि दिखाई देती है।
वक्फ संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान सुधांशु त्रिवेदी ने ताजमहल पर वक्फ बोर्ड के दावे का जिक्र करते हुए कटाक्ष किया और कुछ आपराधिक मामलों से जुड़े नामों को विपक्षी दलों से जोड़ दिया। इस पर कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह भड़क गए और उन्होंने 26/11 को लेकर दिए गए बयान पर आपत्ति जताई। इस दौरान एनसीपी सांसद फौजिया खान ने भी आपत्ति दर्ज कराई, लेकिन सभापति ने हस्तक्षेप कर माहौल शांत कराने की कोशिश की। बहस के दौरान दिग्विजय सिंह ने गुजरात दंगों का मुद्दा उठाया, जिस पर अमित शाह ने साफ किया कि जब दंगे हुए, तब वे राज्य के गृह मंत्री भी नहीं थे।
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इस बहस के दौरान सदन का माहौल और गरमा गया। दिग्विजय सिंह ने अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि वे गुजरात दंगों की जिम्मेदारी लें। इस पर शाह ने पलटवार करते हुए कहा कि वे उस समय गृह मंत्री नहीं थे और यह केवल बेवजह का विवाद खड़ा करने की कोशिश है। इस पूरी बहस के बाद सदन में हंगामे के बीच वक्फ संशोधन विधेयक को पारित कर दिया गया, लेकिन राजनीतिक बयानबाजी का दौर जारी रहा।