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Water Crisis: 75 साल बाद 3.5 डिग्री सेल्सियस तक गर्म हो जाएगा भूजल, पानी की सुरक्षा गुणवत्ता पर मंडरा रहा खतरा

पानी की गर्मी के मुताबिक के आधार पर दुनिया का पहला वैश्विक भूजल तापमान मॉडल बनाया, जिसने 2000 और 2100 के बीच दुनिया भर में होने वाले परिवर्तनों का अनुमान लगाया।

  • By शिवानी मिश्रा
Updated On: Nov 02, 2024 | 12:47 PM
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शोधकर्ताओं ने पानी की गर्मी के मुताबिक के आधार पर दुनिया का पहला वैश्विक भूजल तापमान मॉडल बनाया, जिसने 2000 और 2100 के बीच दुनिया भर में होने वाले परिवर्तनों का अनुमान लगाया।

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इससे पता चलता है कि बड़े पैमाने पर उत्सर्जन और जीवाश्म ईंधन के विकास से भूजल तापमान 3.5 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है।  मॉडल का अनुमान है कि भूजल तापमान में सबसे अधिक वृद्धि मध्य रूस, उत्तरी चीन, उत्तरी अमेरिका के कुछ हिस्सों और दक्षिण अमेरिका में अमेज़ॅन वर्षावन में होगी।

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शोधकर्ताओं का कहना है कि गर्म भूजल से दुनिया भर में लगभग 60 करोड़ लोग प्रभावित होंगे। विश्व स्वास्थ्य संगठन के म वर्तमान में 125 देशों में से केवल 18 देशों में पीने के पानी के तापमान संबंधी दिशानिर्देश हैं।

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अध्ययन के सह-लेखक न्यूकैसल विश्वविद्यालय, यूके के गेब्रियल राउ के मुताबिक गर्म भूजल से रोगज़नक़ विकास का खतरा बढ़ जाता है। इससे पीने के पानी की गुणवत्ता और संभवत- लोगों का जीवन प्रभावित होता है।

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उन्होंने कहा कि ये उन क्षेत्रों में विशेष चिंता का विषय है जहां स्वच्छ पेयजल तक पहुंच पहले से ही सीमित है। यह उन क्षेत्रों में भी चिंता का विषय है जहां भूजल का उपयोग बिना उपचार के किया जाता है। बता दें, दुनिया भर के 57 वैज्ञानिकों ने अत्यधिक गर्मी का कारण निर्धारित करने के लिए शोध किया।

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अध्ययन के अनुसार, 2023 में ग्लोबल वार्मिंग चरम पर होगी, लेकिन इस बात का कोई सबूत नहीं है कि जलवायु परिवर्तन में तेजी आ रही है। इस रिकॉर्ड गर्मी की लहर का 92% हिस्सा मनुष्यों के कारण है। यह गणना प्रख्यात वैज्ञानिकों द्वारा की गई है।

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दुनिया भर के 57 वैज्ञानिकों के एक समूह ने संयुक्त राष्ट्र द्वारा मान्यता प्राप्त विधि का उपयोग करके पिछले साल की गर्मी के कारणों की जांच की। तापमान में तेजी से वृद्धि के बावजूद, वैज्ञानिकों ने कहा कि उन्होंने इस बात का कोई सबूत नहीं देखा है कि मानव-जनित जलवायु परिवर्तन जीवाश्म ईंधन के जलने जितना तेज हो रहा है।

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पिछले साल का रिकॉर्ड उच्च तापमान इतना असामान्य था कि वैज्ञानिकों ने बहस की और बताया कि तापमान इतनी तेजी से क्यों बढ़ा।

Water crisis ground water will heat up to 3 5 degrees celsius after 75 years water safety and quality are in danger

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Published On: Nov 02, 2024 | 12:47 PM

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