हरितालिका तीज व्रत सुहागिन महिलाओं द्वारा 6 सितंबर को रखा जाएगा तो वहीं पर इस व्रत पर सुहागिन महिलाएं भक्ति के लाथ अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती है। इसके लिए महिलाएं पूजा से लेकर कपड़ों और गहनों की खरीददारी भी पहले ही कर लेती है। इस मौके को आप और खास मनाने की सोच रहे हैं तो दर्शन के लिए बिहार के इन मंदिरों के दर्शन कर सकते हैं जो आपके लिए बेहद खास होते है।
बाबा गरीबनाथ मंदिर, मुजफ्फरपुर- सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक मंदिर में दर्शन के लिए शहर से ही नहीं देश के कई हिस्से से लोग पहुंचते है। इस मंदिर की मान्यता यह हैं कि, इस मंदिर में ही भगवान शिव ने यहां स्वयं प्रकट होकर भक्तों की मनोकामनाएं पूरी की थी।हरतालिका तीज पर यहां लोगों की भीड़ बहुत ज्यादा जमा होती है। मंदिर में दर्शन के अलावा आप इसकी वास्तुकला और बनावट के कायल हो जाएंगे।
वैद्यनाथ मन्दिर, देवघर- हरितालिका व्रत के खास दिन आप भगवान भोले का ध्यान करते हुए इस 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक मंदिर के दर्शन कर सकते है। यह खास मंदिर बिहार और झारखंड की सीमा पर बसा है तो वहीं पर इस जगह पर भोलेनाथ वैद्यनाथ के रूप में प्रकट होकर रावण के इलाज के लिए आए थे। महिलाएं यहां अपनी पति की लंबी और स्वस्थ आयु के लिए दर्शन करने आती है।
महेन्द्रनाथ मंदिर, सिवान- हरितालिका व्रत के दिन आप इस खास मंदिर में शिव-पार्वती की पूजा करने का विधान होता है। इस मंदिर की बात की जाएं तो, शिवलिंग को प्रमुख देवता के रूप में पूजा जाता है। इस मंदिर की सबसे खास बात यह है कि यहां पर श्रद्धालुओं को भोजन, आश्रय, और अन्य सुविधाएं भी मिलती है। मंदिर में नियमित रूप से विशेष पूजा और अनुष्ठान किए जाते हैं। यह मंदिर सिवान जिला से लगभग 35 किमी दूर सिसवन के मेंहदार गांव में स्थित है।