हैकिंग सुनते ही हम अक्सर डर जाते है। और हमारे दिमाग में उलटे- सीधे ख्याल आने शुरू हो जाते है, लेकिन क्या आपने कभी एथिकल हैकिंग को जानने कि कोशिश की है कि आखिर एथिकल हैकर, हैकिंग कौशल का उपयोग करके कैसे कंपनियों और लोगों को साइबर हमलों से बचाते हैं।
बता दें कि एथिकल हैकर को 'व्हाइट हैट' हैकर भी कहा जाता है, और इनका काम कंप्यूटर सिस्टम की कमजोरियों का पता लगाकर सही तरीके से उसका समाधान करते हैं। आज-कल जैसे साइबर अपराध तेज़ी बढ़ रहा है, एथिकल हैकर्स की डिमांड भी ही बढ़ती जा रही है।
जिससे ये एक रोमांचक, लाभकारी और महत्वपूर्ण करिअर बन चूका है। और ऐसे में आप भी कंप्यूटर और हैकिंग में दिलचस्पी रखते हैं, तो आप स्किल्स सीखकर एथिकल हैकिंग में अपना करिअर बना सकते हैं।
एथिकल हैकर बनने के लिए आपके पास कंप्यूटर सिस्टम से जुड़ी कुछ जानकारियों का होना बहुत जरूरी है, और इसमें स्क्रिप्टिंग, डाटाबेस, ऑपरेटिंग सिस्टम, नेटवर्किंग का ज्ञान की अच्छी समझ, प्रोग्रामिंग पर अच्छी समझ, सर्वर और सर्च इंजन, नई तकनीकों से अपडेट रहना और विंडोज, लिनक्स तथा पायथन जैसे कई ऑपरेटिंग सिस्टम का ज्ञान होने चाहिए।
बता दें कि हैकिंग के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन, दोनों तरह के कोर्स कर सकते हैं। आईआईटी, कानपुर से साइबर सिक्योरिटी एंड साइबर डिफेंस, खुद पोर्टल से एथिकल हैकिंग कोर्स करने के साथ आप कोर्सेरा, एडएक्स, उडेमी जैसे कई विभिन्न ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध कोई भी सर्टिफिकेशन कोर्स कर सकते हैं।
एथिकल हैकिंग में सर्टिफाइड एथिकल हैकर (CET) कोर्स को वैश्विक स्तर पर एक्सेप्ट किया जाता है। आप चाहें, तो एथिकल हैकिंग, आईटी सुरक्षा और साइबर सुरक्षा में डिप्लोमा कोर्स कोई भी कर सकते हैं।
विभिन्न आईआईटी और गूगल, फ्लिपकार्ट जैसी कई कंपनियां समय-समय पर इंटर्नशिप और ट्रेनिंग प्रो आयोजित करती हैं।
हैकिंग में व्यावहारिक अनुभव होना बहुत जरूरी है। कंपनियां हमेशा उन उम्मीदवारों को प्राथमिकता देती हैं, जिनके पास व्यावहारिक कौशल और अनुभव होता है। इसके लिए सेमीनार, वर्कशॉप या इंटर्नशिप में शामिल हो सकते हैं।