बैठक के बाद पेमा खांडू के बधाई देते हुए तरुण चुघ व रविशंकर प्रसाद (सोर्स-एएनआई)
ईटानगर : केन्द्र में मोदी सरकार की तर्ज पर अरुणाचल प्रदेश में पेमा खांडू भी लगातार तीसरी बार मुख्यमंत्री बनेंगे। बुधवार शाम राजधानी ईटानगर में हुए बैठक में उन्हें भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया है। सूत्रों की मानें तो गुरुवार को वह सीएम पद की शपथ ले सकते हैं।
बुधवार को सेंट्रल ऑब्जर्वर रविशंकर प्रसाद और तरुण चुघ की अगुवाई में भाजपा के नवनिर्वाचित विधायक दल की बैठक हुई। इस बैठक में एक बार फिर से पेमा खांडू को बहुमत दल का नेता चुन लिया गया है। यानी, पेमा खांडू केन्द्र की मोदी सरकार की तरह ही राज्य में लगातार तीसरी बार मुख्यमंत्री पद का कार्यभार संभालेंगे। उन्होंने राज्यपाल केटी परनायक से मिलकर सरकार बनाने का दावा भी पेश कर दिया है।
बहुमत दल का नेता चुने जाने के बाद पेमा खांडू ने एक्स पर एक पोस्ट करते हुए लिखा कि ” सर्वसम्मति से अरुणाचल के विधायक दल के नेता के रूप में चुने जाने पर सम्मानित महसूस कर रहा हूं। अत्यंत विनम्रता के साथ मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के मुताबिक विकासोन्मुखी शासन के एक और कार्यकाल के लिए बीजेपी का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी स्वीकार करता हूं।”
Feeling so honoured to be elected unanimously as the Legislature Party leader of @BJP4Arunachal. With utmost humility, I accept the responsibility of leading the BJP to another term of development oriented governance in sync with the vision of Hon’ble Prime Minister Shri… pic.twitter.com/O14dt1OgsD — Pema Khandu པདྨ་མཁའ་འགྲོ་། (@PemaKhanduBJP) June 12, 2024
जानकारी के लिए बता दें कि पेमा खांडू 2016 से ही अरुणाचल के मुख्यमंत्री हैं। उन्होंने नबाम तुकी के त्यागपत्र के बाद पदभार संभाला था। हालांकि, जब खांडू पहली बार सीएम बने तब वह कांग्रेस के साथ थे। लेकिन 2019 के विधानसबा चुनाव के दौरान वह भाजपा में शामिल हो गए। इन चुनावों में भाजपा को जीत मिली और पेमा खांडू अपनी कुर्सी पर बरकार रहे।
2024 में भी बीजेपी ने अरुणाचल प्रदेश में खांडू के नेतृत्व में चुनाव लड़ा। 60 सीटों वाले राज्य में एक बार फिर से बीजेपी 46 सीटें जीतने में कामयाब रही। जिसके बाद एक बार फिर से पेमा खांडू को राज्य के सीएम को तौर पर जिम्मेदारी सौंपी गई है। माना ये जा रहा है कि गुरुवार को वह मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं।