तेंदुए की खाल (सौजन्य-नवभारत)
Wardha Crime News: खेत में लगाए गए तार के फेंसिंग में बिजली प्रवाहित कर नागपुर जिले के हिंगणा क्षेत्र में एक तेंदुए का शिकार किया गया। इसी तेंदुए की खाल को लगभग 20 करोड़ में बेचने की तैयारी थी, लेकिन वन विभाग की टीम ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इस मामले के शेष पांच आरोपियों को शुक्रवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
तेंदुए की खाल बेचने की योजना में शामिल शालिनी पवार, अनिस तुमडाम और सौरभ रांदई को शुरुआत में वन विभाग की टीम ने हिरासत में लेकर गिरफ्तार किया। अनिस को न्यायिक हिरासत में भेजे जाने के बाद उसने जमानत के लिए अदालत में आवेदन किया, जिसके आधार पर अदालत ने उसे जमानत पर रिहा किया।
वहीं शालिनी पवार (कौरती), सौरभ रांदई, शुभम गुणवंत थोटे, स्वप्नील गुणवंत थोटे और नामदेव सीताराम मसराम की वन विभाग की हिरासत शुक्रवार 12 तारीख को समाप्त हो रही थी, इसलिए उन्हें अदालत में पेश किया गया। दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद अदालत ने इन पांचों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
‘ब्लैक मैजिक’ में बाघ, तेंदुआ जैसे वन्यजीवों के अंगों का उपयोग किया जाता है, ऐसा अभी भी समाज में एक बड़ा भ्रम है। इसी प्रकार के किसी काम के लिए शिकार किए गए इस तेंदुए की खाल को लगभग 20 करोड़ रुपये में बेचने की योजना आरोपी बना रहे थे, यह बात अब तक की जांच में सामने आई है।
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जांच अधिकारियों ने आरोपियों को साथ लेकर उस स्थान का निरीक्षण किया, जहां तेंदुए का शिकार किया गया था और जहां उसकी खाल निकाली गई थी। इसके अलावा अपराध से संबंधित अधिक जानकारी भी आरोपियों से प्राप्त की गई।
मृत तेंदुए की खाल निकालने के लिए उपयोग किए गए दो चाकू वन विभाग ने जब्त किए हैं। जांच उपवन संरक्षक हरवीरसिंह के मार्गदर्शन में हिंगणा (प्रादेशिक) वन परिक्षेत्र अधिकारी मीनल तुरखड़े, क्षेत्र सहायक डी. ए. उईके और वनरक्षक एस. डी. दांडगे कर रहे हैं।