नवी मुंबई: नवी मुंबई महानगरपालिका (NMMC) ने शहर के विकास से संबंधित डेवलपमेंट प्लान (DP) की रूपरेखा तैयार की है। जिसके तहत शहर के विकास के लिए आगामी 20 वर्ष के दौरान 10 हजार 588 करोड़ रुपए खर्च करने का प्रस्ताव महानगरपालिका ने तैयार किया है। इसके लिए अगले 60 दिनों में नागरिकों से सुझाव और आपत्तियां आमंत्रित की हैं।
शहर के विकास के लिए नवी मुंबई महानगरपालिका द्वारा आगामी 20 वर्ष के दौरान किए जाने वाले काम का डेवलपमेंट प्लान में प्रमुखता से उल्लेख किया गया है। जिसमें शहर में बगीचे, सड़क, खेल के मैदान, सामाजिक और सांस्कृतिक सुविधाओं और सिडको द्वारा मुहैया कराए गए बुनियादी ढांचे को अप-ग्रेट करने जैसी विभिन्न सुविधाओं का समावेश बताया गया है। इन विकास कार्यों के लिए 10 हजार 588 करोड़ रुपए खर्च करने का अनुमानित प्रस्ताव महानगरपालिका ने बनाया है।
नवी मुंबई महानगरपालिका के प्रस्तावित डेवलपमेंट प्लान में घनसोली स्थित 75 एकड़ भूमि पर एक अंतरराष्ट्रीय मानक खेल स्टेडियम सहित विभिन्न सुविधाएं प्रदान करने के लिए 625 भूखंड आरक्षित किए गए हैं। वर्ष 2038 तक शहर की जनसंख्या में 3 लाख 77 हजार की वृद्धि होने का अनुमान है। वर्ष 2038 तक शहर में वाहनों की संख्या बढ़ने की पूरी संभावना है। भविष्य में पार्किंग समस्याओं का समाधान खोजने के लिए महानगरपालिका द्वारा 125 भूखंडों को वाहन पार्किंग के लिए आरक्षित किया गया है। शहर में यातायात जाम की समस्या से निपटने के लिए शहर में तटीय सड़कों की आवश्यकता पर भी विचार किया गया है। महानगरपालिका द्वारा शहर की नई डीपी को 2038 तक की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है।
महानगरपालिका कमिश्नर अभिजीत बांगर के अनुसार, नई डीपी में सार्वजनिक सुविधाओं के लिए बहुत सारे भूखंड निर्धारित किए गए हैं। शहर के विकास में जो चीज अब तक छूट गई थी, उसके पूरा करने का नियोजन किया गया है। कमिश्नर बांगर ने बताया कि शहर की मौजूदा सड़कों को चौड़ा करना और कनेक्टिविटी में सुधार जैसे विकास को डीपी के मसौदे में शामिल किया गया है। बांगर ने कहा कि नई डीपी में खेलों को बढ़ावा देने के लिए विश्व स्तरीय खेल सुविधा मुहैया कराने को प्राथमिकता दी गई है।
[blockquote content=”महानगरपालिका क्षेत्र में वाहन पार्किंग वर्षों से एक पुराना मुद्दा रहा है, जिसे नोड वाइड पार्किंग लॉट बनाकर समय कम किया जा सकता है। नई डीपी का एक प्रमुख पहलू उद्यानों, खेल के मैदानों और पेड़ों की हरित पट्टियों जैसे खुले स्थानों के लिए 699 हेक्टेयर का प्रावधान है। ” pic=”” name=”-अभिजीत बांगर, कमिश्नर, नवी मुंबई महानगरपालिका”]