ठाणे रेलवे स्टेशन (pic credit; social media)
Thane Railway Station: अंबरनाथ रेलवे स्टेशन के आसपास अवैध फेरीवालों और टपरी वालों का कब्जा लंबे समय से नागरिकों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ था। रोज़ाना स्टेशन आने-जाने वाले यात्रियों और वाहन चालकों को इन फेरीवालों की वजह से जाम और अव्यवस्था झेलनी पड़ती थी। आखिरकार अंबरनाथ नगर परिषद प्रशासन ने इस अव्यवस्था पर सख्ती दिखाते हुए गुरुवार को बड़ी कार्रवाई की।
मुख्याधिकारी उमाकांत गायकवाड़ के मार्गदर्शन में नपा के तोड़ू दस्ते ने स्टेशन के दोनों ओर – पूर्व और पश्चिम – एक साथ अभियान चलाया। तोड़ू दस्ते के इंचार्ज नरेंद्र संखे और उनकी टीम ने मौके पर पहुंचकर अवैध स्टॉल, हाथगाड़ियां और टपरियां हटवा दीं। इस दौरान पुलिस बल भी मौजूद रहा ताकि किसी तरह की अड़चन न आए।
कार्रवाई के बाद स्टेशन के दोनों ओर का नज़ारा पूरी तरह बदल गया। जहां पहले अवैध कब्जों से पैदल चलने वालों को जगह तक नहीं मिलती थी, वहीं अब रास्ते साफ नज़र आ रहे हैं। स्थानीय नागरिकों ने इस कदम का स्वागत किया है। उनका कहना है कि अब न केवल स्टेशन तक पहुंचना आसान होगा बल्कि ट्रैफिक जाम की समस्या से भी राहत मिलेगी।
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हालांकि, फेरीवालों की ओर से इस कार्रवाई का विरोध भी देखने को मिला। उनका कहना है कि यह उनका रोज़गार छीनने जैसा है। कुछ ने तो आरोप लगाया कि नगर परिषद बिना वैकल्पिक व्यवस्था दिए सीधे तोड़फोड़ कर रही है। लेकिन अधिकारियों का साफ कहना है कि बार-बार चेतावनी देने के बावजूद फेरीवाले कब्जा हटाने को तैयार नहीं थे, इसलिए मजबूरी में यह कदम उठाना पड़ा।
नगर परिषद ने संकेत दिया है कि आगे भी इस तरह की कार्रवाई जारी रहेगी। खासकर सार्वजनिक जगहों पर अतिक्रमण करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। प्रशासन का कहना है कि शहर की सड़कों और रेलवे स्टेशन जैसे भीड़भाड़ वाले इलाकों को अवैध कब्जों से मुक्त कराना ज़रूरी है ताकि आम नागरिकों को सुरक्षित और आसान रास्ता मिल सके।
अंबरनाथ के नागरिकों को उम्मीद है कि यह कार्रवाई सिर्फ एक दिन का अभियान न रहकर आगे भी जारी रहेगी। अगर ऐसा होता है तो स्टेशन और आसपास के इलाकों की तस्वीर पूरी तरह बदल सकती है।