केंद्र का दल सोलापुर में दाखिल (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Solapur District: सोलापुर जिले में सितंबर 2025 माह में लगभग सात तालुकों में अतिवृष्टि हुई थी। अतिवृष्टि और बाढ़ से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए केंद्र सरकार की चार सदस्यीय टीम आज सोलापुर पहुंची। बुधवार सुबह से ही इस टीम ने सोलापुर के वडकबाल, हत्तूर, तिर्हे, शिवणी और सोलापुर के खेतों, मकानों, सड़कों, महावितरण उपकेंद्रों तथा बांधों को हुए नुकसान का प्रत्यक्ष निरीक्षण किया।
केंद्रीय दल में केंद्रीय ग्राम विकास विभाग के अवर सचिव अभिषेक कुमार, ऊर्जा विभाग के उपसंचालक करण सरीन, वित्त विभाग के उपसचिव कंदर्फ पटेल और जलशक्ति विभाग के निदेशक सत्येंद्र प्रताप सिंह शामिल थे।
दल ने हिरज और हत्तूर क्षेत्र के प्रभावित किसानों से संवाद कर उनकी समस्याएं जानीं। साथ ही, जिलाधिकारी कुमार आशीर्वाद से सोलापुर जिले में हुई अतिवृष्टि और बाढ़ की स्थिति की विस्तृत जानकारी ली। निरीक्षण दौरे के दौरान जिलाधिकारी कुमार आशीर्वाद, मुख्य कार्यकारी अधिकारी कुलदीप जंगम, महावितरण के अधीक्षण अभियंता सुनील माने, अतिरिक्त कार्यकारी अभियंता राजेश मदने सहित सभी संबंधित विभागों के अधिकारी और प्रभावित किसान उपस्थित थे।
सोलापुर जिले में अतिवृष्टि और सीना नदी की बाढ़ से हुई फसलों की क्षति का सर्वे करने आई केंद्रीय टीम विवादों में घिर गई है। बताया जा रहा है कि केंद्रीय दल ने सोलापुर में रात के अंधेरे में टॉर्च की रोशनी में खेतों का निरीक्षण किया, जिससे किसानों में भारी रोष है।
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पूर की घटना को एक महीना बीत जाने के बाद यह टीम सोलापुर के मोहोल तालुका के कोलेगांव पहुंची, लेकिन दिन में सर्वे करने की बजाय उन्होंने रात में सिर्फ दिखावे के लिए निरीक्षण किया। इस अजीब सर्वेक्षण से किसानों में तीव्र नाराज़गी फैल गई है और दल की कार्यप्रणाली व राहत कार्यों की तत्परता पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं। इस घटना के कारण यह चिंता बढ़ गई है कि प्रभावित किसानों को समय पर और उचित सहायता मिलेगी या नहीं, इस पर अब सभी की निगाहें टिकी हैं।