शिवसेना का घंटनाद आंदोलन
मुंबई: शिवसेना ने शनिवार को कल्याण स्थित दुर्गाडी किले के अंदर जाने के लिए घंटा बजाकर विरोध प्रदर्शन किया। बकरीद के मौके पर किले में हिंदुओं के प्रार्थना करने पर रोक लगा दी गई है। इसी वजह से एकनाथ शिंदे की शिवसेना ने इसका विरोध किया है। इस समय लाल चौकी के पास भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है। कल्याण में स्थिति तनावपूर्ण होने के बावजूद नियंत्रण में है।
1972 से हो रहा विरोध प्रदर्शन
बता दें कि उद्धव ठाकरे और शिंदे की शिवसेना कल्याण के दुर्गाडी किले में जाने के लिए विरोध प्रदर्शन कर रही हैं। बकरीद के दिन दुर्गाडी किले में हिंदुओं के प्रार्थना करने पर प्रतिबंध के विरोध में शिवसेना घंटियां बजाकर विरोध प्रदर्शन कर रही है। यह आंदोलन 1972 में शुरू हुआ था जब शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे इसके नेता थे। स्वर्गीय बालासाहेब ठाकरे और धर्मवीर आनंद दिघे के नेतृत्व में इसकी शुरुआत हुई थी। इस किले पर मुसलमानों और हिंदुओं के लिए पूजा स्थल है।
शिवसेना के दोनों पक्षों द्वारा विरोध प्रदर्शन
बकरीद पर मुस्लिम भाई बड़ी संख्या में इस किले पर आते हैं। वे इस स्थान पर नमाज अदा करते हैं। इस कारण हिंदुओं के जाने पर रोक लगा दी गई है। इस फैसले का विरोध करते हुए शिवसेना कार्यकर्ता एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में लाल चौकी पहुंचे, लेकिन पुलिस ने लाल चौकी क्षेत्र में बैरिकेड लगाकर प्रदर्शनकारियों को रोक दिया। शिवसैनिक बैरिकेड तोड़कर आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया है। शिवसैनिक इस जगह पर नारे लगा रहे हैं कि इस जगह शिवसैनिकों द्वारा देवी की आरती की जाएगी। साथ ही उद्धव ठाकरे के शिवसैनिक भी इसी जगह पर विरोध प्रदर्शन करेंगे।
शिवसेना के विभाजन के बाद, दोनों समूह हर साल बड़ी संख्या में दुर्गाडी किले के पास इकट्ठा होते हैं और मंदिर तक पहुंचने की कोशिश करते हैं। हालाँकि, इस दिन मुसलमान नमाज अदा कर रहे होते हैं, इसलिए पुलिस प्रशासन संभावित तनाव से बचने के लिए सड़कों को बंद कर दिया है। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को लाल चौकी के पास ही रोक दिया है। आज बकरीद के मद्देनजर पुलिस ने इलाके में कड़ी सुरक्षा तैनात कर दी है। किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सुरक्षा दल तैयार है।