अजित पवार और युगेन्द्र पवार (फोटो: फेसबुक)
पुणे. लोकसभा चुनाव के बाद सभी राजनितिक दल महाराष्ट्र में सक्रीय हो गए हैं और विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गए हैं। विपक्षी गठबंधन महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सत्तारूढ़ महायुति को सत्ता से हटाने में अपनी पूरी ताकत झोंकने का प्रयास कर रही है। वहीं, महायुति लोकसभा में खराब प्रदर्शन के बाद जबरदस्त वापसी की उम्मीद कर रही है। इसी बीच, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार) के कार्यकर्ताओं ने मंगलवर को पार्टी प्रमुख शरद पवार से उनके पोते युगेन्द्र को बारामती विधानसभा क्षेत्र से टिकट दिये जाने की मांग की। इस सीट से अभी राकांपा प्रमुख और महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार विधायक हैं।
हाल में संपन्न लोकसभा चुनाव में अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार के शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले से चुनाव हार जाने के बाद, पवार परिवार का गढ़ माने जाने वाले इस क्षेत्र में विधानसभा चुनाव और रोचक हो गया है। युगेन्द्र अजित पवार के छोटे भाई श्रीनिवास पवार के बेटे हैं। आम चुनाव के दौरान श्रीनिवास ने अपने चाचा शरद पवार का साथ दिया था और सुप्रिया के खिलाफ सुनेत्रा को मैदान में उतार कर इसे परिवार की लड़ाई बनाने के लिये अजित की आलोचना की थी।
शरद पवार के बारामती पहुचने पर मंगलवार को पहुंचने पर पार्टी कार्यकर्ताओं के एक समूह ने वीडियो दिखाया और युगेन्द्र के साथ खड़े रहने का आग्रह किया। उनमें से एक को यह कहते सुना गया कि वे अब ‘दादा’ को ‘बदलना’ चाहते हैं। अजित और युगेन्द्र को ‘दादा’ (बड़ा भाई) कहा जाता है।
एक पार्टी कार्यकर्ता ने कहा, “हमारी इच्छा है कि दादा (युगेन्द्र पवार) को उम्मीदवार बनाया जाना चाहिए” जबकि दूसरे कार्यकर्ता ने शरद पवार से कहा कि वे ‘युगेन्द्र को ताकत दें’ क्योंकि वे उनका समर्थन करते हैं। एक कार्यकर्ता ने कहा, “लोकसभा चुनाव के दौरान उनके काम को देखते हुए, उन्हें बारामती से टिकट दिया जाना चाहिए।” उन्होंने कहा कि युगेन्द्र ने बारामती के कुछ इलाकों में पानी की कमी के मुद्दे को उठाया। निर्वाचन क्षेत्र के सूखा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे शरद पवार स्थानीय राकांपा (एसपी) कार्यालय में युगेन्द्र पवार द्वारा आयोजित ‘जनता दरबार’ में भी शामिल हुए। (एजेंसी एडिटेड)