
मुरलीधर मोहोल (फोटो- सोशल मीडिया)
पुणे: केंद्रीय राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने मंगलवार को कहा कि अहमदाबाद में एअर इंडिया विमान दुर्घटना की जांच के लिए केंद्र की गठित एक उच्च स्तरीय समिति तीन महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
नागर विमानन राज्य मंत्री मोहोल ने कहा कि एअर इंडिया 34 बोइंग-787 ड्रीमलाइनर विमान का परिचालन करती है, जिनमें से 12 की सुरक्षा जांच की गई है और अब तक कोई समस्या नहीं पाई गई है। उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि विमान के ब्लैक बॉक्स डेटा से दुर्घटना के कारणों के बारे में सुराग मिलेंगे।
बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान (एआई 171) 12 जून को अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही सेकंड बाद एक मेडिकल कॉलेज के परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इसमें 230 यात्री और विमान कर्मी दल के 12 सदस्य सवार थे। दुर्घटना में विमान में सवार एक व्यक्ति बच गया, जबकि बाकी 241 लोगों की मौत हो गई। परिसर में भी 29 अन्य लोगों की हादसे में मौत हो गई।
केंद्र सरकार ने शनिवार को विमान दुर्घटना के कारण का पता लगाने और यांत्रिक विफलता, मानवीय भूल और विनियामक अनुपालन सहित किसी भी कारक का आकलन करने के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया। नागर विमानन मंत्रालय ने कहा था कि केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन की अध्यक्षता वाली समिति संबंधित संस्थाओं की ओर से की जा रही अन्य जांचों का विकल्प नहीं होगी।
मोहोल ने कहा, ‘‘जांच जारी है और कई छोटी-छोटी जानकारियों की जांच की जाएगी। ‘ब्लैक बॉक्स’ डाउनलोड करने के बाद कई चीजें सामने आएंगी। मामले की जांच के लिए केंद्रीय गृह सचिव की अध्यक्षता में एक समिति नियुक्त की गई है। रिपोर्ट तीन महीने के भीतर प्रस्तुत की जाएगी।
उन्होंने कहा, दुर्घटनाग्रस्त विमान का ब्लैक बॉक्स जिसमें फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर शामिल हैं। यह समझने के लिए महत्वपूर्ण सुराग हो सकता है कि दुर्घटना का कारण क्या था। मोहोल ने कहा, एअर इंडिया कुल 34 ड्रीमलाइनर विमानों का संचालन करती है। सभी 34 विमानों का निरीक्षण और जांच करने के आदेश दिए गए हैं। उनमें से अब तक 10 से 12 विमानों का निरीक्षण किया जा चुका है और उनमें अभी तक कोई समस्या नहीं पाई गई है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)






