शरद पवार Vs अजित पवार (सौ. सोशल मीडिया )
Pune News: पुणे महानगरपालिका चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे शहर का राजनीतिक तापमान भी बढ़ता जा रहा है। प्रारूप प्रभाग रचना पर हुई आपत्तियों और सुनवाई की प्रक्रिया अब पूरी हो चुकी है।
अब बस अंतिम प्रभाग रचना की घोषणा की प्रतीक्षा है। ऐसे समय में सभी प्रमुख दलों ने अपनी चुनावी रणनीति तैयार करने पर जोर देना शुरू कर दिया है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) में हुई फूट के बाद यह देखना दिलचस्प होगा कि उपनगरों में मतदाताओं का झुकाव किस ओर होगा। इसी पृष्ठभूमि में शरद पवार और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार दोनों का विशेष ध्यान हडपसर विधानसभा क्षेत्र पर केंद्रित है।
पिछले दो दिनों से उपमुख्यमंत्री अजीत पवार लगातार हडपसर क्षेत्र में सक्रिय है। शनिवार और रविवार को उन्होंने दिनभर विभिन्न इलाकों का दौरा किया, नागरिकों से संवाद साधा और लोगों की समस्याएं सुनीं सुबह से लेकर देर रात तक उनका यह दौरा जारी रहा। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए, हडपसर विधानसभा से विधायक चेतन तुपे अजीत पवार गुट के एनसीपी नेता हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि नगरसेवक संख्या बढ़ाने और संगठन को मजबूत करने के लिए अजीत पवार ने हडपसर से ही चुनावी तैयारी का बिगुल फूंक दिया है। महायुति के साथ विधानसभा चुनाव में अजीत पवार को अपेक्षित सफलता मिली थी। इसलिए, अब उनका लक्ष्य महापालिका चुनाव में बड़ी संख्या में नगरसेवकों को जिताना है।
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पुणे में भाजपा का वर्चस्व तोड़ने के लिए वे पूरी ताकत झोंकते दिखाई दे रहे हैं। हडपसर इस बार पुणे महापालिका चुनाव का हॉटस्पॉट बनने जा रहा है। भाजपा के वर्चस्व को तोड़ने के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस के दोनों गुटों ने अपनी-अपनी रणनीति मैदान में उतार दी है। हडपसर में होने वाली यह टक्कर न केवल स्थानीय बल्कि पूरे पुणे की चुनावी समीकरणों पर गहरा असर डालने वाली है। शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी (शरदचंद्र पवार गट) भी हडपसर को लेकर सक्रिय हो गई है। पाटर्टी के शहराध्यक्ष प्रशांत जगताप इसी क्षेत्र से विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं। भले ही वे चुनाव हार गए हों, लेकिन उनका जनसंपर्क आज भी मजबूत है। यही वजह है कि शरद पवार को उम्मीद है कि इस इलाके से उन्हें अच्छा समर्थन मिलेगा।