पुणे विधायक शिवतारे (pic credit; social media)
Maharashtra News: श्रीक्षेत्र जेजुरी गड तीर्थक्षेत्र विकास योजना के अधूरे कार्य जल्द पूरे करने के निर्देश विधायक विजय शिवतारे ने अधिकारियों को दिए है। उन्होंने कहा कि अब किसी भी तरह की देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
सासवड़ तहसील पुरंदर के प्रशासनिक भवन में आयोजित समीक्षा बैठक में शिवतारे ने पुरातत्व विभाग और लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से कहा कि जहां प्रशासनिक या स्थानीय कठिनाइयां हैं, वहां संबंधित एजेंसियों की मदद लेकर कार्यों को तय समय में पूरा किया जाए। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पहले चरण के कार्य पूरे होने के बाद ही राज्य सरकार से दूसरे और तीसरे चरण के लिए फंड जारी होगा।
बैठक में तहसीलदार विक्रम राजपूत, पुरातत्व विभाग के सहायक निदेशक विलास वाहने, मंदिर न्यासी मंगेश घोणे, नगर परिषद के मुख्याधिकारी चारुदत्त इंगोले, लोक निर्माण विभाग के अभियंता ओंकार रेलेकर समेत कई जनप्रतिनिधि और ग्रामीण उपस्थित थे।
बैठक के दौरान कडेपठार, खंडोबा मंदिर, लवथलेश्वर, बल्लालेश्वर और गौतमेश्वर मंदिर क्षेत्र के कार्यों की समीक्षा हुई। शहर की मुख्य सड़क को पत्थर से विकसित करने के निर्देश दिए गए। शिवतारे ने दीपमाला की कमजोर स्थिति पर चिंता जताई और कहा कि भक्तों व व्यापारियों द्वारा रस्सियां और कील लगाने से यह संरचना क्षतिग्रस्त हो रही है। इस पर रोक लगाने के लिए पुलिस सहयोग लेने तक की बात कही।
शिवतारे ने नाराजगी जताई कि राज्य के अन्य तीर्थस्थलों का विकास तो हुआ, लेकिन जेजुरी की उपेक्षा होती रही। 2018 में जेजुरी तीर्थस्थल विकास योजना प्रस्तुत की गई थी और 2022 में तत्कालीन मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने 349 करोड़ रुपये की योजना को मंजूरी दी थी। अब तक 109 करोड़ रुपये के कार्य शुरू हो चुके हैं।
जेजुरी विकास कार्यों के लिए कुल 529 करोड़ रुपये का फंड स्वीकृत है। इसमें मार्तंड देवस्थान विकास के लिए 349 करोड़, जलापूर्ति योजना के लिए 78 करोड़, भूमिगत सीवर योजना के लिए 82 करोड़, सड़क विकास के लिए 5.60 करोड़, श्रद्धालुओं के आवास के लिए 5 करोड़, पार्किंग सुविधा के लिए 1 करोड़ और जलापूर्ति मरम्मत के लिए 7.60 करोड़ शामिल हैं। सीवर योजना भी जल्द शुरू होगी।
प्रस्तावित योजनाओं में जेजुरी शहर में फ्लाईओवर निर्माण, साप्ताहिक बाजार में फर्श ब्लॉक लगाना और तकनीकी स्कूल परिसर में आईटी पार्क की स्थापना शामिल है। शिवतारे ने कहा कि इन योजनाओं के पूरे होने से जेजुरी का स्वरूप पूरी तरह बदल जाएगा।