पुणे पुलिसकर्मी सस्पेंड (pic credit; social media)
Maharashtra News: पुणे शहर पुलिस बल में भ्रष्टाचार और अवैध धंधों से जुड़े एक गंभीर मामले ने सनसनी फैला दी है। पुलिस कमिश्नर अमितेश कुमार जहां अवैध कारोबार के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहे हैं, वहीं शहर के एक ‘वसूलीदार’ पुलिसकर्मी का सीधा संबंध गांजा तस्करों से सामने आने पर पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया।
सूत्रों के अनुसार, सहकारनगर पुलिस थाने के अंतर्गत अवैध धंधों की जानकारी पुलिस कमिश्नर को मिली थी। इस पर क्राइम ब्रांच की यूनिट 5 के पुलिस निरीक्षक संजय पतंगे के नेतृत्व में टीम ने छापा मारा। कार्रवाई के दौरान पद्मावती क्षेत्र में प्रतीक आंतवन पवार के पास से 5 किलो 260 ग्राम गांजा बरामद किया गया। जांच में खुलासा हुआ कि यह गांजा पवार और उसके सहयोगी सैडी उर्फ संदीप घोटे को बेचने के लिए लाया गया था।
गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में चौंकाने वाला तथ्य सामने आया कि सहकारनगर पुलिस थाने का ही एक पुलिसकर्मी नवनाथ कांताराम शिंदे गांजा तस्करों से जुड़ा हुआ था। मामले की गंभीरता देखते हुए पुलिस उपायुक्त मिलिंद मोहिते ने तत्काल प्रभाव से शिंदे को निलंबित करने का आदेश जारी किया। इतना ही नहीं, शिंदे को एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज मामले में आरोपी बनाए जाने की तैयारी भी की जा रही है।
इस कार्रवाई के बाद पुलिस विभाग के अन्य ‘वसूलीदारों’ में खलबली मच गई है। पुलिस कमिश्नर ने स्पष्ट संदेश दिया है कि किसी भी स्तर पर अवैध धंधों और भ्रष्टाचार में संलिप्त पाए जाने वाले पुलिसकर्मी बख्शे नहीं जाएंगे।
यह मामला न केवल पुलिस बल की छवि को धूमिल करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि अवैध कारोबार को संरक्षण देने वाले भीतर से ही कानून व्यवस्था को कमजोर कर रहे हैं। हालांकि, सख्त कार्रवाई से विभाग में अनुशासन कायम करने का प्रयास किया जा रहा है।