हमास समर्थन वाले पोस्टर्स से पुणे में मचा बवाल (सौजन्यः सोशल मीडिया)
पुणे: शहर के कर्वेनगर इलाके में उस समय हड़कंप मच गया, जब कुछ युवकों द्वारा हमास नामक विवादास्पद संगठन के समर्थन में पोस्टर बांटे जाने लगे। इस घटना को लेकर स्थानीय नागरिकों और भाजपा कार्यकर्ताओं ने विरोध दर्ज करते हुए इन युवकों की जमकर पिटाई कर दी। देखते ही देखते घटनास्थल पर भीड़ इकट्ठा हो गई और कुछ ही देर में यह मामला पूरे शहर में चर्चा का विषय बन गया।
रविवार की शाम कुछ युवक कर्वेनगर के व्यस्त इलाके में घूम-घूमकर हमास के समर्थन में पोस्टर्स वितरित कर रहे थे। इस पर सबसे पहले स्थानीय निवासियों ने आपत्ति जताई और युवकों को रोकने की कोशिश की। लेकिन जैसे ही खबर भाजपा कार्यकर्ताओं तक पहुंची, वे भी मौके पर पहुंच गए। दोनों पक्षों में बहस बढ़ती गई और फिर बात हाथापाई तक पहुंच गई। भाजपा कार्यकर्ताओं ने इन युवकों को पकड़कर उनकी पिटाई कर दी।
घटना के चश्मदीदों ने पूरी घटना के वीडियो रिकॉर्ड कर लिए, जो देखते ही देखते सोशल मीडिया पर वायरल हो गए। वीडियो में युवकों को पोस्टर्स बांटते और फिर पिटाई झेलते हुए साफ देखा जा सकता है। वीडियो वायरल होते ही पुलिस और प्रशासन भी हरकत में आ गए।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रण में लिया। युवकों को थाने ले जाया गया और उनसे पूछताछ शुरू की गई है। स्थानीय नागरिकों ने इन युवकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की है। पुलिस उपायुक्त ने बताया, “हम घटना की गंभीरता से जांच कर रहे हैं। कोई भी व्यक्ति अगर सांप्रदायिक तनाव या सामाजिक विभाजन फैलाने की कोशिश करेगा, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
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अब सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि इन युवकों ने हमास के समर्थन में पोस्टर क्यों बांटे? क्या यह किसी सुनियोजित साजिश का हिस्सा था या केवल असंवेदनशील और नासमझी भरा कदम? पुलिस इस एंगल से भी जांच कर रही है कि इन युवकों को यह पोस्टर किसने दिए, क्या वे किसी संगठन से जुड़े हुए हैं, और उनका उद्देश्य क्या था।
घटना के बाद इलाके में रोष का माहौल है। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि इस तरह की हरकतें समाज में ज़हर घोलने का काम करती हैं और इन पर तुरंत रोक लगनी चाहिए। भाजपा कार्यकर्ताओं ने भी आरोप लगाया कि यह प्रयास भारत की आंतरिक शांति को भंग करने के इरादे से किया गया।
इस घटना के बाद पुणे पुलिस और स्थानीय प्रशासन सतर्क हो गया है। पुलिस आयुक्तालय से सभी थानों को निर्देश दिया गया है कि वे संवेदनशील इलाकों में गश्त बढ़ाएं और सोशल मीडिया पर वायरल हो रही अफवाहों पर भी नज़र रखें।