दत्तात्रय भरणे (सौजन्य-सोशल मीडिया)
पुणे: राज्य में महायुति सरकार बने करीब एक महीना हो गया है। कैबिनेट का विस्तार भी हो चुका है। पोर्टफोलियो भी बांट दिया गया है। लेकिन, पालकमंत्री पर अब भी सस्पेंस बना हुआ है। पुणे की बात करें तो चर्चा है कि मंत्री पद नहीं मिलने से महायुति में कुछ नेता नाराज हैं। खातों का आवंटन हुए इतना समय हो जाने के बावजूद कुछ मंत्रियों ने अभी तक अपने पद का कार्यभार नहीं संभाला है।
इस बीच एनसीपी नेता और मंत्री दत्तात्रेय भरणे ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि डिप्टी सीएम अजित पवार ही पुणे जिले के पालकमंत्री होंगे। कुछ दिन पहले ही बीजेपी नेता और मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने भी पुणे के पालकमंत्री पद को लेकर टिप्पणी की थी। ऐसे में महायुति में पालक मंत्री पद के लिए रस्साकशी अब भी जारी है।
जब दत्तात्रय भरणे से पूछा गया कि उनके द्वारा मंत्री पद का कार्यभार अब तक क्यों नहीं संभाला गया। क्या वह नाराज या नाखुश हैं। इस पर उन्होंने कहा कि मैं बाहर (विदेश) में था। अब अगले सप्ताह मुंबई जा रहा हूं। मैं परेशान नहीं हूं। नाराजगी भरी बातों में कोई सच्चाई नहीं है।
दत्तात्रय भरणे ने कहा कि वह अगले सप्ताह कार्यभार संभालेंगे। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री अजित पवार के नेतृत्व में हम राज्य को बहुत अच्छी तरह से आगे ले जाने के लिए काम कर रहे हैं। भरणे से जब पुणे के पालकमंत्री के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि कोई कुछ भी कहे, अजित पवार ही पुणे के पालक मंत्री बनेंगे।
भरणे ने कहा कि पुणे के पालक मंत्री के पद के बारे में कुछ भी अजीब नहीं है। सब कुछ आपके मन मुताबिक होगा। राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस इस संबंध में उचित निर्णय लेंगे। हम सबको यह विश्वास है।
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राज्य का नेतृत्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस कर रहे हैं और चुनाव में उन्हें जो सफलता मिली है वह अभूतपूर्व है। महायुति में शामिल बीजेपी, शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता अपनी इच्छा के मुताबिक जिले के पालक मंत्री का पद चाहते हैं। हालांकि, कई जिलों पर भाजपा और राकांपा दावा कर रही हैं। कुछ जगहों पर महायुति में शामिल तीनों दलों के नेताओं की दावेदारी है। इसलिए चर्चा हो रही है कि पालकमंत्री पद पर नियुक्ति करना मुश्किल हो रहा है। उपमुख्यमंत्री अजित पवार पुणे जिले का पद चाहते हैं। वहीं, बीजेपी के चंद्रकांत पाटिल ने परोक्ष रूप से इस पद पर दावा करते हुए कहा है कि यह फैसला पार्टी के नेता लेंगे।